हर्रैया /बस्ती। जनता ने अपना फैसला सुना दिया है प्रत्याशियों के भाग्य इवीएम मशीनों में बंद हो गए है। परिणाम आगामी 10 मार्च को मतगणना के बाद आने वाला है। जहां प्रत्याशी कई दिनों की भागदौड़ के बाद घरो पर ही रहकर समर्थकों से मिलकर मतदान की रूझान की जानकारी लेते रहे वहीं गांव की चौपाल से लेकर चाय की दुकानों पर लोग हारजीत के गुणा गणित के बारे में चर्चा करने में मशगूल दिखाई दिए ।
बस्ती जनपद के 5 विधानसभा क्षेत्रों के साथ हरैया व कप्तानगंज के मतदाताओं ने भी अपना निर्णय सुना दिया है विधानसभा हरैया से चुनावी समर मे अपनी किस्मत आजमा रहे सभी उम्मीदवारों के भाग्य इवीएम मशीनों में बंद हो गए है वहीं दो पूर्व मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है मतदान पूरा होने के बाद सभी दलों के समर्थक अपने अपने प्रत्याशियों के जीत की गुणा गणित के बहस मे तल्लीन रहे। कप्तानगंज विधानसभा क्षेत्र से एक लंबे अर्से से विधायक रहे
राम प्रसाद चौधरी बार स्वयं चुनाव न लड़कर अपने बेटे अतुल उर्फ कविंद्र चौधरी को चुनाव मैदान में उतारे है बेटे को सदन मे पहुंचाने के लिए एड़ी चोटी एक कर दिये है। सूबे के सबसे कद्दावर और ताकतवर मंत्रियों में शुमार रहे राज किशोर सिंह इस बार बहुजन समाज पार्टी से हर्रैया विधानसभा क्षेत्र से पांचवीं बार अपने भाग्य आजमा रहे है। फिलहाल मतदान के साथ जनता ने अपना विधायक तो चुन लिया है लेकिन अब सभी पार्टियों के समर्थक गांव की चौपाल से लेकर चाय की चुस्कियां के बीच पूरे दिन हार जीत का गुणा गणित लगाने में एक दूसरे को तर्क समझाने में व्यस्त दिखाई दे रहे थे। सभी पार्टियों के समर्थक अपने-अपने प्रत्याशियों के विजय के दावे कर रहे हैं और एक दूसरे को जीत की गणित समझाने में मशगूल दिखाई दे रहे है। फिलहाल जीत का शेहरा किसके सिर पर बंधेगा यह तो आगामी दस मार्च को मतगणना के बाद ही पता चलेगा।