
विक्रमजोत, बस्ती। सरकार द्वारा किसानों को अपनी फसलों की सस्ती सिंचाई करने के लिए राजकीय नलकूपों की ब्यवस्था की गई है लेकिन विभागीय लापरवाही के कारण इसका लाभ किसानों को नहीं मिल पाता है। मजबूरन किसानों को पम्पिंग सेट से अपनी फसलों की सिंचाई करना पड़ रहा है। जिसका जीता जागता उदाहरण स्थानीय विकास खन्ड़ अंतर्गत जमौलिया माफी गांव में लगा एच जी 74 राजकीय नलकूप जो वर्षों से खराब पड़ा हुआ है।
नालियां जगह जगह टूट कर बिखर गई हैं । ग्राम प्रधान सुनील यादव ने बताया कि यह नलकूप करीब पांच वर्ष से खराब है स्टार्टर भी खराब है और नाली पूरी तरह से टूटी हुई है। जबकि इस नलकूप से जमौलिया, पचवस, सरभंगा आदि गावों की करीब एक हजार बीघा फसल की सिंचाई होती थी लेकिन नलकूप खराब होने तथा नाली टूटने के कारण किसानों के फसलों की सिंचाई नहीं हो पा रही है।
ऐसी स्थिति में किसानों को महंगे दामों पर डीजल इंजनों के सहारे सिचाई करना पड़ रहा है।ग्राम प्रधान ने बताया कि इस संदर्भ में कई बार शिकायती पत्र उच्च अधिकारियों को दिया गया लेकिन आजतक कोई सुनवाई नहीं हुआ ऐसे में गेहूं की सिंचाई नहीं हो पा रही है जिससे किसान परेशान हैं।गांव के किसान दूधनाथ यादव, संतराम चौहान, राम संवारे, शिव पूजन, राम मुनीजर चौधरी, छोटू आदि लोगों ने विभागीय अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराते हुए अबिलम्ब नलकूप ठीक कराने की मांग की है।