बस्ती। आगनबाड़ी केन्द्रों में मूलभूत अवस्थापना सुविधाओं में सुदृढीकरण के संबंध में कन्वर्जेन्स विभागों के साथ मंडल स्तरीय कार्यशाला मंडलायुक्त अखिलेश सिंह की अध्यक्षता में भारत रत्न पं. अटल बिहारी बाजपेई प्रेक्षागृह में संपन्न हुई। उन्होंने निर्देश दिया कि 31 मार्च तक 225 आंगनबाड़ी केद्रों का कायाकल्प विभागीय अधिकारी सुनिश्चित करें। प्रदेश शासन के निर्णय की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि आजादी के 75वें वर्ष अमृत काल में प्रत्येक जिले में 75 आंगनबाड़ी केद्रों का इस वर्ष कायाकल्प किया जाना है। उन्होंने कायाकल्प कार्य समय से पूरा करने के साथ अन्य विभागीय योजनाओं पर गंभीरता पूर्वक कार्य करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि ग्रामीण विकास, बेसिक शिक्षा, पंचायती राज, आईसीडीएस विभाग बेहतर समन्वय बनाते हुए लक्ष्य पूरा करें।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी अन्द्रा वामसी ने कहा कि जनपद में मॉडल के लिए चयनित सभी 14 लर्निंग लैब तैयार कर दिया गया है। इसका ग्राम प्रधानों, सचिवों को भ्रमण करके भविष्य के लर्निंग लैब भी तैयार कराए जाएंगे। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आर.एस. दुबे ने बताया कि गर्भवती महिला एवं उसके बच्चे के पोषण के लिए शुरुआती 1000 दिन महत्वपूर्ण मानते हुए स्वास्थ्य विभाग कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि आयरन फोलिक एसिड की 180 तथा कैल्सियम की 360 गोली एक गर्भवती महिला को खिलाने से उसका बच्चा स्वस्थ होगा। कुपोषित बच्चों के लिए जिला चिकित्सालय तथा हर्रैया में पोषण पुनर्वास केंद्र संचालित किया जा रहा है।
यूनिसेफ के मंडल समन्वयक सुरेश तिवारी ने बच्चों में कुपोषण से निपटने के लिए विभागीय योजनाओं पर फोकस करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि टेक होम राशन, हॉट कुक के माध्यम से कुपोषण दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। ह की अपील किया। कार्यशाला का संचालन मानवी सिंह ने किया। इसमें सीडीओ जयदेव सीएस, संत कबीर नगर के संत कुमार, प्रभारी अपर निदेशक स्वास्थ्य डॉ. एके वर्मा, डीडीओ संजय शर्मा, प्रभारी कार्यक्रम अधिकारी रेखा गुप्ता, बस्ती, सिद्धार्थनगर तथा संतकबीर नगर जनपदों के पंचायत राज अधिकारी, बेसि मेंक शिक्षा अधिकारी, बीडीओ, सीडीपीओ, एबीएसए तथा कार्यक्रम अधिकारी उपस्थित रहें।