दुनिया की नंबर-1 टेनिस प्लेयर एश्ले बार्टी ने सिर्फ 25 साल की उम्र में प्रोफेशनल टेनिस से संन्यास का ऐलान कर दिया है। ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ने बुधवार को सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में इस खबर की घोषणा की।
आज का दिन मेरे लिए मुश्किल है
बार्टी ने इंस्टाग्राम पर लिखा- आज का दिन मेरे लिए मुश्किल है क्योंकि मैं टेनिस से संन्यास की घोषणा कर रही हूं। मुझे इस खेल ने जो कुछ भी दिया है उसके लिए मैं आभारी हूं और गर्व महसूस कर रही हूं। उन सभी लोगों का शुक्रिया, जिन्होंने मुझे सपोर्ट किया।
संन्यास के बारे में काफी सोचा-समझा
यह फैसला उन्होंने अचानक नहीं लिया वह पिछले साल विंबलडन के बाद से ही इस बारे में सोच रही थीं। बार्टी ने कहा- मैं काफी समय से संन्यास के बारे में सोच रही थी। मेरे करियर में कई शानदार पल आए जो कि काफी अहम थे। पिछले साल विंबलडन ने मुझे एक खिलाड़ी के तौर पर काफी बदला।
मेरे लिए यही असली कामयाबी है
उन्होंने आगे कहा- ‘मैंने कई बार अपनी टीम से कहा कि मेरे अंदर अब वह दम वह इच्छाशक्ति नहीं है। मैं शारीरिक तौर पर खुद को तैयार नहीं कर पा रही और मुझे नहीं लगता कि अब मैं कुछ और कर सकती हूं। मैंने इस खेल को अपना सब कुछ दिया और मैं उससे काफी खुश हूं और मेरे लिए यही असली कामयाबी है।’
तीसरा ग्रैंड स्लैम जीता
ऐश बार्टी ने इसी साल की शुरुआत में अपना तीसरा ग्रैंड स्लैम जीता था। फाइनल में बार्टी ने अमेरिका की डेनियल कॉलिंस को सीधे सेटों में हराया था। रॉड लेवर एरीना में खेले गए फाइनल मुकाबले में बार्टी ने कॉलिंस को 6-3, 7-6 से हराकर अपना तीसरा ग्रैंड स्लैम जीता। जीत के साथ ही एश्ले बार्टी ने इतिहास रच दिया था। दरअसल, 44 साल बाद एश्ले बार्टी महिला सिंगल्स का खिताब जीतने वाली पहली ऑस्ट्रेलियाई महिला खिलाड़ी बनीं। 1978 में आखिरी बार ऑस्ट्रेलिया के लिए यह टूर्नामेंट क्रिस ओ’नील ने जीता था।
बार्टी ग्रैंड स्लैम का फाइनल नहीं हारी
बार्टी ने चार साल में 3 ग्रैंड स्लैम जीते। ऑस्ट्रेलियन ओपन जीतने से पहले वह 2019 में फ्रेंच ओपन और पिछले साल 2021 में विंबलडन का खिताब जीत चुकी हैं। बार्टी अभी तक एक भी ग्रैंड स्लैम का फाइनल नहीं हारी। साल 2018 और 2019 में वह US ओपन के सेमीफाइनल में पहुंची थीं।