बारिश के मौसम में अक्सर सर्दी-खांसी, बुखार और कई बीमारियां चपेट में ले लेती है. इसके लिए कई दवाइयां ली जाती है. कई तरह के एंटीबायोटिक्स खाई जाती हैं. लेकिन आप इन सब परेशानियों को बिना दवाइयों के भी ठीक कर सकते हैं. आपके किचन और घर में मौजूद चीज़ों से भी सर्दी-खांसी का इलाज हो सकता है.
आइये हम आप को कुछ ऐसे घरेलू उपाय बता रहे जिन्हें फॉलो कर आप बदलते मौसम में खुद को दुरुस्त रख सकते है .
1. सूप
चिकन या वेजिटेबल सूप, जब भी आपको सर्दी या गले में खिचखिच लगे तो सूप पीएं. आप चाहे तो चिकन और सब्जियों दोनों से बना सूप भी पी सकते हैं. ये आपके शरीर में अपर रेस्पिरेटरी इंफेक्शन को कम करता है. अपर रेस्पिरेटरी एक वाइरल इंफेक्शन है जिसका सीधा असर नाक, गले, श्वासनली और फेफड़ों में होता है. लो-सोडियम सूप भी अच्छे न्यूट्रिशियन्स का बेहतरीन सोर्स होता है जो आपके शरीर को हाइड्रेट करता है.
सदियों से अदरक को सर्दी-खांसी ठीक करने के लिए इस्तेमाल में लाया जा रहा है. इसके साइंटिफिक सबूत भी हैं कि ये कफ और गले को आराम पहुंचाता है. इसके लिए कच्चे अदरक के टुकड़े को पानी में उबाल कर पीएं. स्टडी भी बताती है कि अदरक इम्यूनिटी को बूस्ट करता है और बीमारियों से शरीर की रक्षा करता है.
ये आपके शरीर के ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाते हैं. गले को सूखने नहीं देते और हाइड्रेट भी रखते हैं. गरम पानी, हर्बल चाय, फलों का जूल या अदरक के पानी ये लिक्विड अपनी-अपनी खूबियों से सर्दी और खांसी को दूर करते हैं.
4. शहद
इसमें कई एंटीबैक्टिरियल और एंटीमाइक्रोबाइल प्रोपर्टीज़ होती हैं. रोज़ाना शहद और नींबू के पानी से गले के दर्द में आराम मिलता है. शहद खांसी दूर करने में काफी सहायक है. लेकिन एक साल से छोटे बच्चों को कभी भी शहद नहीं देना चाहिए, क्योंकि कई बार शहद में बोटुलिनम बीजाणु मौजूद होते हैं जो बच्चों के लिए नुकसानदेयक होता है. ये बीजाणु शहद को गरम करने से भी नहीं मरते.
5. स्टीम
सीज़नल वाइरल की वजह से नाक और गले में खुजली को भाप ठीक कर देती है. ये सर्दी को भी जल्दी ठीक कर देती है. लकिन स्टीम लेते वक्त ध्यान रखें कि ज़्यादा गरम पानी से भाप ना लें. इससे आप जल सकते हैं. आप चाहे तो हॉट शावर भी ले सकते हैं.