भारत विमर्श न्यास हुआ स्थापित, संस्थापक अध्यक्ष बने प्रो मनोज दीक्षित, महामंत्री हेमेंद्र तोमर

: मां भारती के गौरव वापसी के लिए मां सरस्वती को किया गया समर्पण।
: महाकुम्भ नगर में सेवा साधनारत आईआईटीयन धर्मेंद्र भइया जी ने गंगा मां से की विशेष प्रार्थना।

लखनऊ/नई दिल्ली/बीकानेर/महाकुम्भ नगर।

मां सरस्वती के पावन पर्व वसंत पंचमी के अवसर पर भारत विमर्श न्यास की स्थापना की गई। ज्ञान की देवी मां सरस्वती को समर्पित इस न्यास के माध्यम से अखंड भारत का पुनर्निर्माण कर जगद्गुरु के रूप में पुनरुत्थान का कार्य होना है। दूरगामी योजना के अंतर्गत इस न्यास के प्रमुख के रूप में अंतरराष्ट्रीय स्तर के ख्यातिनाम आचार्य मनोज दीक्षित जी की अगुवाई में इस कार्य को किया जाना है। न्यास के संस्थापक के तौर पर आचार्य श्री दीक्षित जी ने अपनी सहमति ही नहीं प्रदान की बल्कि रचना और संचालन के लिए नेतृत्व करने का अनुरोध स्वीकार किया है। उसके लिए हम सभी आभारी हैं। आचार्य दीक्षित जी की विद्वता और सामर्थ्य का लोहा इस देश में एक बड़ी संख्या में बुद्धिजीवी भी मानते आए हैं। अयोध्या जी में दीपोत्सव करने का मौलिक विचार मुख्यमंत्री योगी जी को देने से लेकर पहले ही आयोजन से गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनवाने का श्रेय भी उन्हीं को जाता है। प्रखर राष्ट्रवाद से ओत प्रोत आचार्य दीक्षित जी पूर्व में डॉ राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, अयोध्या के अभूतपूर्व कुलपति रहे। वर्तमान में राजस्थान के बीकानेर के महराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति के दायित्व को शोभायमान करते हुए वहीं के एक अन्य विश्वविद्यालय स्वामी केशवानन्द राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के भी माननीय कुलपति हैं, जिसका क्षेत्राधिकार संपूर्ण राजस्थान है। विविध प्रकार के ज्ञान मार्ग के ज्ञाता आचार्य मनोज दीक्षित जी भारत तिब्बत समन्वय संघ की केंद्रीय परामर्शदात्री समिति के माननीय सदस्य भी हैं।

संस्थापक अध्यक्ष के रूप में आचार्य मनोज दीक्षित जी ने इस अवसर पर कहा कि उक्त न्यास न केवल मां भारती के यशोगान के मार्ग को प्रशस्त करते हुए चाणक्य सम विद्वानों के साथ संपूर्ण विश्व में मानवता की सनातनी मान्यता को सुदृढ़ करेगा बल्कि संस्कारयुक्त गौरवशाली स्वाभिमानी समाज का निर्माण करेगा। मां सरस्वती को समर्पित करते हुए आज भारत विमर्श न्यास का लोगो भी जारी किया गया। वरिष्ठ

पत्रकार एवं न्यास के संस्थापक सूत्रधार
हेमेंद्र प्रताप सिंह तोमर ने इस अवसर पर कहा कि
भारत विमर्श न्यास अपने आप में पूर्ण संगठन है, जो भारत तिब्बत समन्वय संघ, शिवालय संरक्षण समिति, तिब्बत पब्लिक अवेयरनेस कैंपेन कमेटी, कैलाश मानसरोवर मुक्ति महासंकल्प पत्र अभियान समिति, जय जननी संस्थान के लिए संपूरक संगठन के रूप में सहयोग के लिए भी सदैव तत्पर रहेगा। वसंत पंचमी के पावन पर्व पर शिवालय संरक्षण समिति के राष्ट्रीय संगठक व भारत तिब्बत समन्वय संघ के राष्ट्रीय प्रभारी (प्रकाशन प्रभाग) इंजी. धर्मेंद्र भइया ने महाकुंभ नगर में गंगा मईया से विशेष प्रार्थना कर न्यास के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए आशीष मांगा।

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