उत्तर प्रदेश के सीतापुर में दो दिनों से हो रही बारिश अब आफत बन गई है। यहां बारिश के चलते तीन अलग-अलग हादसे में 7 लोगों की मौत हो गई। बारिश के चलते एक मकान भरभराकर गिरने से उसके अंदर सो रहे मासूम बच्चों समेत आधा दर्जन लोग मलबे में दब गए। स्थानीय लोगों ने मलबे को हटाकर सभी को बाहर निकाला तो एक महिला और दो बच्चों समेत 4 लोगों की मौत हो गई। जबकि 2 गंभीर रूप से घायल हो गए। वहीं दूसरी जगह पर दीवार गिरने से पति-पत्नी की मलबे में दबकर मौत हो गई। घटना के बाद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने मौका मुआयना कर पीड़ितों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।
एक ही परिवार के चार लोगों की मौत
पहली घटना मानपुर थाना क्षेत्र के लक्ष्मणपुर गांव की है। यहां एक ही परिवार के आधा दर्जन लोग सो रहे थे। बुधवार सुबह बारिश के चलते अचानक छत सहित दीवार गिरने से उसके मलबे में सभी दब गए। स्थानीय लोगों सहित परिजनों ने जब मलबे को हटाकर बाहर निकाला तो 4 लोग मृत पाए गए। इस हादसे में मरने वालों में 1 माह का मासूम, 8 वर्षीय शिवा पुत्र हरीश, 45 वर्षीय लल्ली पत्नी लल्लू और 28 वर्षीय शैलेन्द्र पुत्र हरीश शामिल हैं। घायलों में 12 वर्षीय शिवानी पुत्र हरीश, 20 वर्षीय सुमन पुत्री लल्लू शामिल हैं। स्थानीय लोगों ने मामले की सूचना पुलिस को देकर दोनों घायलों को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया है।
वहीं, दूसरी घटना सदरपुर थाना क्षेत्र के बिलौली गांव की है। यहां के निवासी रामलोटन अपनी पत्नी अनीता के साथ घर के बाहर छप्पर के नीचे सो रहे थे। इसी दौरान सुबह कच्ची दीवार गिरने से पति-पत्नी की मलबे में दबने से मौत हो गई। वहीं, तीसरी घटना सदरपुर थाना क्षेत्र के महरिया गांव की है। यहां 60 वर्षीय श्रीकृष्ण की दीवार के मलबे में दबने से मौत हो गई है।
प्रशासनिक अधिकारियों ने किया दौरा
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने मौका मुआयना किया और पीड़ितों को हर संभव मदद दिलाने का भरोसा दिलाया। एसपी आरपी सिंह का कहना है कि पुलिस ने सभी शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजकर जिला प्रशासन को सूचना दे दी है। डीएम विशाल भारद्वाज का कहना है कि मृतकों के परिजनों को आपदा राहत के तहत आर्थिक सहायता देने का काम आगामी 24 घंटे के अंदर किया जाएगा।