क्रूड ऑयल की पाइपलाइन से चोरी के मामले अक्सर सामने आते हैं। विशेषकर जयपुर और मथुरा के बीच में बीते कुछ साल में चोरी की ऐसी कई वारदात रिपोर्ट हुई हैं। इसमें चौंकाने वाली बात यह है सरकारी तेल कंपनियों को करोड़ों का चूना लगने के बाद भी ऐसे मामलों को रोकने के लिए कोई सख्त कदम नहीं उठाए गए हैं।
ऐसा ही नया केस अब दौसा जिले में आया है। यहां हाईटेक तरीके से आईओसी की पाइपलाइन से क्रूड ऑयल चोरी किया जा रहा था। मामला तब खुला जब चोरों की चूक से आग लग गई और दस घंटे तक भी उस पर काबू नहीं पाया जा सक। इसके बाद पुलिस ने जब जांच की तो सभी के होश उड़ गए।
पिछले करीब 2 साल से बेखौफ चल रहा
पुलिस ने बताया कि जिले के महवा थाना क्षेत्र में थर्माकोल फैक्ट्री की आड़ में क्रूड ऑयल चोरी किया जा रहा था। यह काम पिछले करीब 2 साल से बेखौफ चल रहा था। गोदाम में आगजनी की घटना के बाद आईओसी की तरफ से महुवा पुलिस थाने में रिपोर्ट दी गई है।
किसी को इसकी भनक नहीं लगी
चौंकाने वाली बात ये है कि क्रूड चुराने के लिए खोदी गई सुरंग से महज 200 मीटर की दूरी पर ही महुआ थाना की बालाहेड़ी चौकी है, लेकिन किसी को इसकी भनक नहीं लगी। आईओसी की यह पाइपलाइन गुजरात से मथुरा जा रही है। वहां क्रूड ऑयल रिफाइन होता है जहां से टैंकरों के जरिए पेट्रोल पंपों तक पहुंचाया जाता है।
क्रूड चोरी का भंडाफोड़
यहां थर्माकोल फैक्ट्री व गोदाम की आड़ में तेल चोरी किया जा रहा था। टैंकर आते तो लगता था केमिकल लाया जा रहा है। शनिवार सुबह गोदाम में आग लग गई। आग बुझाने के लिए दमकलें बुलाई गईं। आग इतनी भीषण थी कि गोदाम की छत व दीवारें तक पिघल गई। इसके बाद एक फव्वारे पर भीषण आग लगी दिखाई दी। उसे बुझाने में कई दमकलों को जब 10 घंटे से ज्यादा का वक्त लगा तो शक हुआ। आग बुझने के बाद जांच की तो सुरंग सामने आ गई।
हाईटेक सुरंग बनाई
गोदाम के अंदर से करीब 15 फीट गहराई में सुरंग खोदते हुए पहले जालीनुमा फ्रेम लगाया। इसके नीचे से एक शख्स रेंगता हुआ अंदर जा सकता है। करीब 200 फीट लंबी इस सुरंग के भीतर सवा इंच लोहे का पाइप आईओसी की पाइपलाइन से जुड़ा मिला।
इसके साथ ही 2 इंच का प्लास्टिक का पाइप भी सुरंग के अंदर डला हुआ था। आईओसी पाइपलाइन से कनेक्टिविटी डिस्टर्ब होने की स्थिति में सुरंग के अंदर काम करने वाले शख्स को घुटन महसूस नहीं हो इसके लिए ऐग्जास्ट फैन व उजाले के लिए एलईडी भी लगाई हुई थी। जानकारों का कहना है कि यहां से दो साल में करोड़ों रुपए का क्रूड ऑयल चोरी किया जा चुका है। गोदाम का मालिक और दूसरे लोग यहां से फरार हैं।
बिल्डिंग के पीछे व साइड में बांस-बल्लियां लगाकर चारों तरफ लोहे का जाल लगाया हुआ था, जिसके भीतर 3 दर्जन से ज्यादा थर्माकोल के बोरे रखे हुए थे। जहां बताया जा रहा था कि थर्माकोल के दाने बनाए जाते हैं, जबकि गोदामनुमा बिल्डिंग के भीतर ऐसा कोई काम होता ही नहीं था। वहां पिछले लंबे समय से क्रूड ऑयल चोरी का गोरखधंधा कर सरकार को करोड़ों रुपए की चपत लगाई जा रही थी।
बदबू ने खोला राज
महुवा इलाके में स्थित गोदामनुमा बिल्डिंग में शनिवार अलसुबह लगी भीषण आग को वहां मौजूद सब लोग थर्माकोल में लगी आग मान रहे थे, लेकिन बिल्डिंग के अंदर से निकल रही धुएं की बदबू व तेलनुमा लिक्विड को देखकर सब लोग यही आशंका जता रहे थे कि आग थर्माकोल में नहीं बल्कि क्रूड आयल में लगी है। तड़के करीब 3 बजे उठने लगी आग की लपटें दोपहर 2 बजे तक भी काबू में नहीं आई तो पुलिस-प्रशासन को शक हुआ।
क्रूड आयल चोरी किया जा रहा था
क्रेन बुलवाकर गोदामनुमा बिल्डिंग की दीवारें तुड़वाई गई तो एक कोने से आग लगातार लगी हुई थी, जबकि करीब 500 वर्ग गज एरिया में लगी आग पर काबू पा लिया गया था। ऐसे में पुलिस का शक भी यकीन में बदल गया कि पास से ही गुजर रही इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड (IOCL) की लाइन से क्रूड आयल चोरी किया जा रहा था।