
कोट्टयम । देशभर में आज महिलाओं को बड़ा दिन हैं, जिसे हम सब विश्व महिला दिवस कहते है जिसे हर 8 मार्च को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। लेकिन केरल में महिलाओं के लिए यह महिला दिवस एक ऐतिहासिक दिन होगा. ऐसा इसलिए है क्योंकि केरल के इतिहास में पहली बार कोई महिला एंबुलेंस की कमान संभालने जा रही है. कोट्टायम जिले के मेमुरी की रहने वाली दीपा मोल आज स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज से एम्बुलेंस की चाबी प्राप्त करेंगी।
दीपा बनी महिलाओं की प्रेरणा
दीपा की जरूरतमंद लोगों की मदद करने की इच्छा ने उन्हें यह काम करने के लिए प्रेरित किया, क्योंकि ऐसे महत्वपूर्ण परिस्थितियों में वाहन को तेज गति से चलाने के लिए बहुत सारी एकाग्रता और नियंत्रण की आवश्यकता होती है. कुछ दिनों पहले दीपा ने स्वास्थ्य मंत्री से अपनी यह इच्छा व्यक्त की थी, जिसके बाद उन्होंने दीपा की बात रखते हुए यह अवसर प्रदान किया.दीपा ने यात्रा करने के अपने जुनून के चलते 2008 में ड्राइविंग लाइसेंस लिया था. वहीं 2009 में उन्होंने भारी वाहन के लिए भी लाइसेंस प्राप्त किया. फिर अपने पति की स्वास्थ्य स्थितियों के चलते, दीपा ने आगे आते हुए जीवनयापन करने के लिए ड्राइविंग को चुना. इसके बाद उन्होंने ड्राइविंग इंस्ट्रक्टर, टिपर लॉरी ड्राइवर और टैक्सी ड्राइवर के रूप में भी काम किया।
महिलाओं को सिर्फ रसोईं नहीं बल्कि और भी आगे बढ़ना चाहिए
साल 2021 में, दीपा ने कोट्टायम से लद्दाख तक की बाइक यात्रा अपने सपने को भी पूरा किया. उन्होंने 16 दिनों में यह यात्रा पूरी की. इसके साथ ही, वह त्रिशूर जिले के कुन्नमकुलम में आयोजित एक ऑफ-रोड जीप राइडिंग प्रतियोगिता भी जीत चुकीं हैं. दीपा कहती हैं कि महिलाओं को खुद को रसोईं तक ही सीमित नहीं रखना चाहिए और अपने पसंदीदा क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा की महिलाओं को वित्तीय स्वतंत्रता हासिल करने के लिए काम जरूर करना चाहिए जिससे उनकी किसी पर भी निर्भरता न रहे।