
पटना । बिहार विधानसभा चुनाव-2025 में दो चरणों में मतदान होना है। 06 नवम्बर को पहला और 11 नवम्बर को दूसरे चरण का मतदान होगा। पहले चरण को होने वाले विधानसभा चुनाव में 1,314 उम्मीदवारों में से 27 प्रतिशत गंभीर आपराधिक मामलों में आरोपित हैं – जिनमें हत्या, हत्या के प्रयास, बलात्कार और महिलाओं के खिलाफ अत्याचार के आरोप शामिल हैं।
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) और बिहार इलेक्शन वॉच की रिपोर्ट के मुताबिक 1,303 उम्मीदवारों ने जो अपना चुनावी हलफनामा दायर किया है उस पर आधारित रिपोर्ट में पाया गया कि 423 (32 प्रतिशत) ने आपराधिक मामले घोषित किए हैं, जबकि 354 (27 प्रतिशत) पर गंभीर आपराधिक आरोप हैं। इनमें से 33 उम्मीदवारों पर हत्या के आरोप, 86 पर हत्या के प्रयास और 42 पर महिलाओं के खिलाफ अपराध के आरोप हैं।
सभी सीपीएम उम्मीदवार (100 प्रतिशत) गंभीर आरोपों का सामना कर रहे हैं, उसके बाद सीपीआई (80 प्रतिशत), सीपीआई (एमएल) (64 प्रतिशत), राजद (60 प्रतिशत) और भाजपा (56 प्रतिशत) का स्थान है। कांग्रेस का प्रदर्शन भी खराब है, उसके 52 प्रतिशत उम्मीदवार गंभीर धाराओं में आरोपित हैं।
प्रमुख राजनीतिक दलों के अनुसार विवरण
माकपा: 3 में से 3 (100 प्रतिशत)
भाकपा: 5 में से 4 (80 प्रतिशत)
भाकपा (माले): 14 में से 9 (64 प्रतिशत)
राजद: 70 में से 42 (60 प्रतिशत)
भाजपा: 48 में से 27 (56 प्रतिशत)
कांग्रेस: 23 में से 12 (52 प्रतिशत)
जनसुराज: 114 में से 49 (43 प्रतिशत)
आम आदमी पार्टी: 44 में से 9 (20 प्रतिशत)
लोजपा (आर): 13 में से 5 (38 प्रतिशत)
जदयू: 57 में से 15 (26 प्रतिशत)
बसपा: 89 में से 16 (18 प्रतिशत)
पर गंभीर मामले दर्ज हैं















