
बीएन कॉलेज की छात्रा से हुए गैंगरेप मामले में शनिवार की शाम पुलिस को मेडिकल रिपोर्ट मिल गई। पुलिस को मिली मेडिकल रिपोर्ट में गैंगरेप की पुष्टि हुई है। साथ ही रिपोर्ट में पता चला है कि आरोपियों ने पीड़िता को सिगरेट से जलाया भी था. वहीं, चारों आरोपियों ने बारी-बारी से पीड़िता के साथ रेप की वारदात को अंजाम दिया था.
इसके साथ ही कोर्ट ने शनिवार को फरार अश्वनी सिंह राजपूत के खिलाफ कोर्ट ने वारंट जारी कर दिया और गिरफ्तारी नहीं होने पर कुर्की -जब्ती के लिए भी कोर्ट ने पुलिस को अनुमति दे दी है।
बताते चलें कि इस मामले में पटना पुलिस ने अवन भूमि को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि विपुल सिंह और मनीष ने शुक्रवार को खुद ही कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। इनके साथी अग्नि कुमार को पुलिस ने दो दिन से हिरासत में ले रखा है। इसके साथ ही पुलिस ने घटनास्थल से जो भी सामान बरामद किया है उसे एफएसल भेज दिया गया है। पुलिस ने उस कमरे को सील कर दिया है जहां छात्रा से दुष्कर्म हुआ था । बताते चलें कि 9 दिसंबर को पाटलिपुत्रा थाना क्षेत्र के गांधी पथ में गैंगरेप की घटना हुई थी।
घटना 9 दिसंबर की, बाद में हुआ था खुलासा
उल्लेखनीय है कि गैंगरेप की यह घटना 9 दिसंबर की है। लेकिन मामले का खुलासा देर से हुआ। शुरुआत में पीड़िता लोकलाज के डर से चुप थी। पीड़िता के पिता एक बड़े अधिकारी बताए जाते है। गैंगरेप से चार आरोपी विपुल, मनीष, अश्विनी सिंह राजपूत, अमन भूमि में से दो विपुल और मनीष ने शुक्रवार को ही सरेंडर कर दिया था। अश्विनी और अमन अभी फरार है। मिली जानकारी के अनुसार विपुल इस पूरे कांड का मुख्य आरोपी है। पीड़िता का विपुल के साथ पहले से दोस्ती थी। इस दौरान विपुल ने पीड़िता की कुछ तस्वीरें ले ली थी। जिसे देने के बहाने गांधी पथ पर एक दोस्त के कमरे पर बुलाया था जहां बारी-बारी से उसके साथ दरिंदगी की गई थी।















