
बिहार के राजनीतिक गलियारे में एक बार फिर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के बीच नोक-झोंक देखने को मिली है। हाल ही में बिहार विधान परिषद की कार्यवाही के दौरान दोनों नेताओं के बीच तीखी बहस हुई, जिसमें नीतीश कुमार ने राबड़ी देवी को कटाक्ष करते हुए कहा कि “पार्टी तोहरे हसबैंड का है, तोहरा कुछ नहीं…”
इस बहस के दौरान नीतीश कुमार ने महागठबंधन पर तंज कसते हुए बीजेपी और एनडीए को आरक्षण चोर कहने पर राबड़ी देवी से बात की। जैसे ही वह आरजेडी के मुद्दे पर बोलने लगे, राबड़ी देवी ने बीच में खड़े होकर उनकी बातों का विरोध किया, जिसके चलते नीतीश कुमार ने आक्रामक अंदाज में कहा, “अरे बैठो अपनी कुर्सी पर… ये तो ऐसे ही आ गई, इसका कोई मतलब नहीं।”
बता दें कि पहले भी नीतीश कुमार ने राबड़ी देवी पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि उनके पति को इस पद से हटाकर ही वह मुख्यमंत्री बन पाई थीं। वहीं, राबड़ी देवी ने इस पर पलटवार करते हुए कहा कि वह मुख्यमंत्री के रूप में अपने 8 साल के कार्यकाल की उपलब्धियों पर बात कर सकती हैं। नीतीश कुमार ने इस पर मगही भाषा में तंज करते हुए कहा, “छोड़ा ना तोहरा कुछ मालूम है।”
इस पूरे घटनाक्रम के दौरान दोनों नेताओं के बीच राजनीतिक तीर-तलवार चलती रही, जो बिहार की राजनीति में उनकी प्रतिद्वंद्विता को फिर से उजागर करती है। जबकि नीतीश कुमार ने कानून-व्यवस्था पर बातचीत करते हुए कहा कि सरकार हर अपराध की जांच करवाती है और दोषियों को अदालत के कठघरे में लाती है।
यह नोक-झोंक इस बात का संकेत है कि बिहार की राजनीति में अभी भी संघर्ष और विवाद खत्म नहीं हुए हैं, और इनकी प्राथमिकताएं और व्यक्तिगत संबद्धताएं भविष्य में और अधिक विवाद उत्पन्न कर सकती हैं।