
पाकिस्तान में आतंकवाद और उसकी जिम्मेदारियों को लेकर फिर से खुलासा हुआ है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के बयान के बाद अब पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के चेयरमैन बिलावल भुट्टो ने भी अपने बयान में पाकिस्तान के अतीत और आतंकवाद को समर्थन देने के इतिहास को स्वीकार किया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का अतीत रहा है, जिसमें आतंकवादी समूहों को समर्थन और प्रशिक्षण देना शामिल है, लेकिन अब वह इस मुद्दे से सीख चुका है और आंतरिक सुधार कर रहा है।
भुट्टो ने स्काई न्यूज के यल्दा हकीम से बातचीत के दौरान कहा, “पाकिस्तान का एक अतीत है, और हमने उससे भुगता है। यह कोई रहस्य नहीं है, जिसे छिपाया जा रहा हो। हमने चरमपंथ की लहर से गुजरते हुए अपने सबक सीखे हैं और सुधार किए हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान शांति चाहता है, लेकिन यदि भारत ने उसे उकसाया तो वह युद्ध के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, “हम युद्ध नहीं चाहते, लेकिन यदि कोई हमारी सिंधु पर हमला करता है, तो हमें युद्ध के लिए तैयार रहना चाहिए।”
यह बयान ऐसे समय में आया है जब कुछ दिनों पहले पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने भी माना था कि पाकिस्तान का आतंकवादी समूहों को समर्थन का लंबा इतिहास रहा है। उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान लगभग तीन दशकों से इस काम में लगा है और यदि वह अपने ट्रैक रिकॉर्ड को साफ करना चाहता है तो उसे अपनी गलतियों को स्वीकार करना होगा।