दिल्ली चुनावी कैंपेन में बच्चों को दिखाने पर भड़की भाजपा : आप की गंदी राजनीति

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दिल्ली चुनावी कैंपेन को लेकर आम आदमी पार्टी (आआपा) के संयोजक एवं दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तथा मौजूदा मुख्यमंत्री आतिशी पर हमला बाेला। भाजपा ने आआपा के नेताओं के साेशल

मीडिया एकाउंट एक्स पर दिल्ली चुनावी कैंपेन में बच्चों को आम आदमी पार्टी का समर्थन करते दिखाने पर आपत्ति जताई। भाजपा ने इसे राष्ट्रीय मानवाधिकार, चुनाव आयोग के आदेशों और जुवेनाइल जस्टिस एक्ट का सरासर उल्लंघन बताया है।

मंगलवार को यहां भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आआपा के संयोजक अरविंद केजरीवाल और मुख्यमंत्री आतिशी मार्लेना अब बच्चों को भी नहीं छोड़ रहे हैं। वो बच्चों को गंदी राजनीति के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 30 दिसंबर, 2024 को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ओ एक आदेश पारित कर केजरीवाल व दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी मार्लेना काे अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किए गए उस वीडियो को हटाने का आदेश दिया है, जिनमें बच्चों को राजनीतिक अभियान में भाग लेते हुए दिखाया गया है।

भाटिया ने कहा कि केजरीवाल व दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी मार्लेना की ये पोस्ट भारत के चुनाव आयोग के 5 फरवरी, 2024 को जारी दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करती है, लेकिन इस पोस्ट को अभी तक नहीं हटाया गया है।

गौरतलब है कि 29 दिसंबर को मुख्यमंत्री आतिशी ने ‘एक्स’ पर एक वीडियो पोस्ट किया था। वीडियो में बच्चों को “अबकी बार केजरीवाल” कहते हुए दिखाया गया था, जिसे बाद में दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और ‘आआपा’ संयोजक अरविंद केजरीवाल ने रीपोस्ट किया था।

भाटिया ने कहा कि केजरीवाल के इन कारनामों से दिल्ली की जनता में तीखा आक्रोश है। उन्होंने कहा कि 11 साल पहले दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान केजरीवाल ने अपने बच्चों की कसम खाई थी कि कांग्रेस का कभी समर्थन नहीं लूंगा, लेकिन पहली बार ही कांग्रेस के समर्थन से सरकार बनाई। भाटिया ने कहा कि केजरीवाल ने चुनाव में कहा था कि दिल्ली को 500 नए स्कूल दूंगा। 10 साल में वो तो बने नहीं, लेकिन 16 विद्यालय बंद जरूर हो गए। दिल्ली के स्कूलों में प्रिंसिपल नहीं है। करीब 80 प्रतिशत पद रिक्त हैं।

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि हम अपने बच्चों के भविष्य से केजरीवाल को खेलने नहीं देंगे। हम बच्चों के मुद्दे को अत्यंत सजगता से उठाते रहेंगे। उन्होंने कुछ पुराने फोटो दिखाते हुए कहा कि ये सभी केजरीवाल की हिंदू विरोधी छवि के द्योतक हैं, लेकिन अब केजरीवाल इसके विपरीत नए वादे कर रहे हैं। क्योंकि केजरीवाल को पता चल गया है कि उनके पुराने वादे पूरे नहीं हुए और दिल्ली में चुनावी जमीन खिसक रही है। इसलिए अब नए वादे कर रहे हैं। मंदिरों के पुजारियों और गुरुद्वारों के ग्रंथियों को अब 18000 रुपये हर महीने देने की बात कर रहे हैं।

भाटिया ने कहा ऐसे में सवाल उठता है कि कुछ महीने पहले तक केजरीवाल पूजा स्थलों के बाहर शराब के ठेके खुलवा रहे थे, इसलिए आज पूछा जाएगा कि हिंदू विरोधी को कैसे सिखों और हिंदुओं की याद आ गई है। चुनाव की बेला में केजरीवाल अब नया झूठ का खेल कर रहे हैं लेकिन जनता उन्हें कड़ा जवाब देगी, क्योंकि उन्होंने मस्जिदों के इमामों को 17 महीने से पैसे दिए नहीं। पिछले चुनावों में केजरीवाल ने जो स्कूल, सीसीटीवी, नौकरियां, वाईफाई, मोहल्ला क्लीनिक और यमुना सफाई जैसे वादे किए थे, वो महज चुनावी वादे ही रह गए।

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