मंगलवार को राष्ट्रीय महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष व भाजपा प्रत्याशी रेखा शर्मा ने हरियाणा से राज्यसभा की एक सीट के लिए अपना नामांकन दाखिल किया। इस दौरान उनके साथ मुख्यमंत्री नायब सैनी मौजूद थे। नामांकन से पहले रेखा शर्मा मुख्यमंत्री सैनी से मुलाकात करने के लिए उनके आवास पर पहुंची थीं। इसके बाद मुख्यमंत्री ने पार्टी विधायकों के साथ बैठक करके रेखा शर्मा के संबंध में हाईकमान के लिए गए निर्णय के बारे में औपचारिक ऐलान किया।
मुख्यमंत्री आवास पर एकत्र होने के बाद मुख्यमंत्री नायब सैनी के नेतृत्व में कैबिनेट मंत्री अरविंद शर्मा, कृष्ण लाल पंवार, श्याम सिंह राणा व पार्टी के कई अन्य नेता विधानसभा पहुंचे। जहां रेखा शर्मा ने राज्यसभा के लिए अपना नामांकन दाखिल किया। यह सीट कृष्ण लाल पंवार के विधायक बनने के बाद खाली हुई है। इस सीट का कार्यकाल 1 अगस्त 2028 तक है।
भाजपा प्रत्याशी रेखा शर्मा का राज्यसभा में जाना लगभग तय है। कांग्रेस पार्टी पहले ही राज्यसभा चुनाव लड़ने से इनकार कर चुकी है। कांग्रेस के पास विधायकों का संख्या बल नहीं है। जिसके चलते रेखा शर्मा के मुकाबले में किसी ने भी नामांकन नहीं किया है। 11 दिसंबर को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी और 13 दिसंबर को नाम वापसी के बाद रेखा शर्मा को निर्विरोध राज्यसभा सदस्य निर्वाचित घाेषित किया जाएगा।
पहले किरण चौधरी और अब रेखा शर्मा को राज्यसभा में भेजने को लेकर हाईकमान के फैसले का स्वागत करते हुए नायब सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने महिलाओं को लोकसभा और विधानसभा में 33 प्रतिशत आरक्षण देने के लिए नारी शक्ति वंदन बिल पास किया था। यह उसी का परिणाम है।
इस अवसर पर रेखा शर्मा ने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मो केन्द्रीय, गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केन्द्रीय मंत्री मनोहर लाल तथा मुख्यमंत्री नायब सैनी का आभार व्यक्त करती हूं। महिला आयोग अध्यक्ष पद के बाद पार्टी ने उन पर विश्वास जताकर यह नई जिम्मेदारी दी है। वह राज्यसभा में महिलाओं के हित में आवाज उठाने के साथ-साथ अन्य समस्याओं को भी उठाएंगी।