#MeToo के अभियान में अब तक कई बड़ी हस्तियों का नाम सामने आ चुका है जिसमे कई बड़े नेता से लेकर फिल्म जगत ने कई बड़े चेहरे सामने आये है. भाजपा के लिए ये दूसरी मुसीबत आ गए पहले ही मोदी के मंत्री अकबर पर आरोप लग चुके है और अब उत्तराखंड भाजपा ने अपने प्रदेश महासचिव संगठन संजय कुमार को उनके सभी पदों से मुक्त करने का फैसला किया है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक संजय कुमार पर पार्टी की एक महिला कार्यकर्ता ने यौन उत्पीड़न और शोषण के गंभीर आरोप लगाए थे। इन आरोपों के बाद पार्टी के भीतर आलाकमान पर संजय कुमार को पद से हटाने का दबाव बढ़ गया था।
BJP removes its Uttarakhand General Secretary Sanjay Kumar from his post after a woman party worker accuses him of sexual harassment. pic.twitter.com/LXfmb1iHhC
— ANI (@ANI) November 4, 2018
दरअसल, शनिवार (3 नवंबर) को भाजपा की महिला कार्यकर्ता ने इस संबंध में मीडिया में बयान दिए थे कि संजय कुमार ने उसका यौन शोषण किया है। हालांकि महिला कार्यकर्ता ने पुलिस में कहीं भी इस संबंध में शिकायत दर्ज नहीं करवाई है। बताया जाता है कि घटना सामने आने के बाद तत्काल संगठन महासचिव संजय कुमार को दिल्ली आलाकमान ने तलब कर लिया था।
वहीं शनिवार (3 नवंबर) को देहरादून में ही सरकार और संगठन के शीर्ष नेताओं की बैठक भी बुलाई गई थी। बताया जाता है कि इसी बैठक में संजय कुमार को उनके पद से हटाने का फैसला किया गया है। फिलहाल इस घटना पर पार्टी में कोई भी नेता टिप्पणी करने से बच रहा है।
यूपी के संभल के रहने वाले संजय कुमार गुप्ता को भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री शिव प्रकाश का करीबी माना जाता है। इन दिनों उत्तराखंड में निकाय चुनाव की तैयारियां चल रही हैं। पार्टी ऐसी भी विवादित स्थिति में खुद को नहीं डालना चाहती थी। इससे पहले ही 1 नवंबर को ही बीजेपी ने पार्टी के 62 बगावती नेताओ को 6 साल के लिए पार्टी से निकाला था। ये सभी नेता बीजेपी प्रत्याशी के खिलाफ मैदान में खड़े हो गए थे। ये कार्रवाई भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट के निर्देश पर की गई थी।