पश्चिम बंगाल में घाटल लोकसभा सीट से भाजपा की उम्मीदवार भारती घोष के उस बयान के बाद विवाद पैदा हो गया जिसमें उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को धमकी दी है कि अगर उन्होंने ज्यादा होशियारी दिखाई तो वह उत्तर प्रदेश से लोगों को बुलाएंगी और उन्हें ‘कुत्ते की मौत मारेंगी.
घोष पूर्व आईपीएस अधिकारी हैं और कभी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की करीबी मानी जाती थी. उन्होंने घाटल लोकसभा में क्षेत्र में प्रचार के दौरान यह टिप्पणी की. इससे कुछ देर पहले ही तृणमूल कांग्रेस प्रमुख बनर्जी ने उन्हें शालीनता की हदें पार नहीं करने की चेतावनी दी थी.
पश्चिम बंगाल में घाटल लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार भारती घोष के एक बयान से सियासत गर्म हो गयी है. जिसमें उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को धमकी दी है कि अगर उन्होंने ज्यादा होशियारी दिखाई तो वह उत्तर प्रदेश से लोगों को बुलाएंगी और उन्हें ‘कुत्ते की मौत मारेंगी. भाजपा नेता के दिए एक आपत्तिजनक बयान का विडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है. जानकारी के लिए बता दे घोष पूर्व आईपीएस अधिकारी हैं और कभी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की करीबी मानी जाती थी. उन्होंने घाटल लोकसभा में क्षेत्र में प्रचार के दौरान यह टिप्पणी की. इससे कुछ देर पहले ही तृणमूल कांग्रेस प्रमुख बनर्जी ने उन्हें शालीनता की हदें पार नहीं करने की चेतावनी दी थी.
मिली जानकारी के मुताबिक
बीजेपी उम्मीदवार भारती घोष ने चुनावी प्रचार अभियान के दौरान कहा, ‘अपने घरों में चले जाओ और यहां अपनी होशियारी दिखाने की कोशिश नहीं करो. छुपने की कोई जगह नहीं होगी. मैं तुम्हें, तुम्हारे घर से निकालकर कुत्ते की मौत मारूंगी मैं उत्तर प्रदेश से 1,000 व्यक्तियों को ले आऊंगी और उन्हें तुम्हारे में घरों में छोड़ दूंगी और तुम्हें सबक सिखाउंगी.’
#WATCH:BJP candidate from Ghatal, WB & ex IPS officer Bharati Ghosh threatens TMC workers,says,"You are threatening people to not cast their votes. I will drag you out of your houses and thrash you like dogs. I will call a thousand people from Uttar Pradesh to beat you up." (4/5) pic.twitter.com/GvX650F6n9
— ANI (@ANI) May 5, 2019
भाजपा उम्मीदवार के इस बयान के बाद सियासत गरमा गयी है. जिसपर तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पार्थ चटर्जी ने कोलकाता में कहा कि पार्टी घोष के खिलाफ चुनाव आयेाग में शिकायत करेगी. घोष कभी पश्चिम मिदनापुर में पुलिस अधीक्षक हुआ करती थीं. चुनाव आयोग ने घटना का स्वत: संज्ञान लेते हुए जिला प्रशासन से रिपोर्ट तलब की है. इस घटना के कुछ देर पहले, मुख्यमंत्री बनर्जी ने घोष का नाम लिए बिना उन्हें शालीनता की हदें पार नहीं करने को चेताया था और कहा था कि अन्यथा उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा.