पाकिस्तान के बलूचिस्तान में शुक्रवार को एक मस्जिद के पास आत्मघाती हमला हुआ। इसमें एक DSP समेत 52 लोगों की मौत हो गई, जबकि 50 लोग घायल हुए हैं। मरने वालों में एक पुलिस ऑफिसर भी शामिल हैं। हमले के वक्त लोग ईद-ए-मिलाद-उन-नबी के जुलूस के लिए इकट्ठा हो रहे थे।
मस्तुंग शहर के असिस्टेंट कमिश्नर ने बताया कि ब्लास्ट DSP नवाज गिशकोरी की कार के पास हुआ। सूत्रों के मुताबिक हमले में जिस पुलिस ऑफिसर की मौत हुई है वो DSP नवाज ही हैं। बलूचिस्तान के कार्यवाहक सूचना मंत्री जन अचकजई ने बताया कि सभी घायलों को अस्पताल भेजा गया है। जरूरत पड़ी तो उन्हें कराची शिफ्ट किया जाएगा। घायलों के इलाज की पूरी जिम्मेदारी सरकार उठाएगी।
बलूचिस्तान के चीफ मिनिस्टर ने पूरे प्रांत में 3 दिन के शोक का ऐलान किया है। बलूचिस्तान में एक्टिव आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान यानी TTP ने कहा है कि इस विस्फोट के पीछे उनका हाथ नहीं है। इसके अलावा पूरे पाकिस्तान में ईद-ए-मिलाद को देखते हुए सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
सूचना मंत्री बोले- विदेशी ताकतों की मदद से बलूचिस्तान में शांति भंग कर रहे दुश्मन
अचकजई ने कहा- हमारे दुश्मन विदेशी ताकतों की मदद से बलूचिस्तान में धार्मिक जगहों को निशाना बनाकर शांति भंग करना चाहते हैं। इस तरह के हमले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। बलूचिस्तान में सरकार के मंत्रियों और दूसरे कई नेताओं ने हमले की निंदा की है।
पाकिस्तान के PM, राष्ट्रपति ने हमले की निंदा की
पाकिस्तान के केयरटेकर प्रधानमंत्री अनवार-उल-हक काकड़ ने भी इस हमले की निंदा की है। काकड़ ने मरने वालों के परिजन के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की हैं। साथ ही उन्होंने अधिकारियों को घायलों को हरसंभव मदद पहुंचाने का आदेश दिया है। राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने दुख जताया है।
जुलाई में भी हुआ था आत्मघाती हमला
इस महीने की शुरुआत में भी मस्तुंग में एक ब्लास्ट हुआ था। इसमें JUI-F के लीडर हफीज हमदुल्लाह सहित 11 लोग घायल हुए थे। वहीं, जुलाई में खैबर पख्तूनख्वा में एक पॉलिटिकल रैली के दौरान आत्मघाती हमला हुआ था। इसमें 23 बच्चों सहित करीब 54 लोगों की मौत हुई थी। वहीं 400 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। आतंकी संगठन ISIS ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी।