प्रेमी से मिलने पर लगी पाबन्दी से नाराज बहन ने उतारा भाई को
– बहन ने की थी प्रेमी संग भाई की हत्या
– प्रेमी व प्रेमिका को पुलिस ने भेजा जेल
गोपाल त्रिपाठी
गोरखपुर। जिन हाथों ने अपने भाई की कलाई पर जन्म जन्मांतर का प्रेम व आशीर्वाद व दुआये लेने के लिए राखी बांधी थी वही हाथ अपने ही खून की हत्या करते समय नहीं कापें और प्रेमी संग शादी करने से मना करने पर नाराज बहन ने प्रेमी के साथ मिलकर अपने ही खून की निर्मम हत्या कर दी थी। पुलिस आरोपी प्रेमी व उसकी प्रेमिका को गिरफ्तार कर न्यायालय भेज दिया। मामला बेलघाट इलाके के बनकट का है। घटना की खुलासा की जानकारी एसपी दक्षिणी बिपुल कुमार श्रीवास्तव ने दी।
एसपी दक्षिणी ने बताया कि 31जनवरी /1 फ़रवरी की रात बेलघाट इलाके के बनकट निवासी अरुण नामक युवक की हत्या कर उसके शव को गांव के समीप एक आलू के खेत में फेंक दिया गया था। इस मामले में मृतक अरुण की सगी बहन पूजा ने मुकामी थाने में 5 के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। मुकामी पुलिस को सीओ गोला सतीश चंद शुक्ला के पर्यवेक्षण में हत्या के खुलासा के लिए लगाया गया था।
पुलिसिया जांच पड़ताल में मामला प्रकाश में आया कि मृतक की तीन बहने हैं जिसमे बड़ी बहन की शादी हो चुकी है अन्य दो बहनों में पूजा और तीसरी बहन की शादी अभी नहीं हुई है। पूजा की बड़ी बहन का देवर धर्मेंद्र निवासी ब्रह्मचारी थाना बेलघाट मृतक के घर रिश्ते के कारण आना जाना था। इसी बीच धर्मेंद्र और पूजा की आँखें चार हो गई, दोनों की निकटता इतनी हो गई कि दोनो एक साथ मरने जीने की कसमें खाने के साथ ही समाज की आँखों में धूल झोंककर मिलते जुलते रहे। इन दोनों की चर्चा आम होने लगी। इसकी जानकारी जब पूजा के भाई अरुण को हुई तो उसने शादी करने की बात तो दूर एक दूसरे से मिलने जुलने पर पाबंदी लगा दी थी।
इसके बाद पूजा और धर्मेंद्र का मिलना जुलना बंद हो गया। इससे नाराज होकर पूजा ने अपने ही खून की हत्या करने की योजना अपने प्रेमी संग बना डाली और 31जनवरी/1फ़रवरी की रात कमरे में सो रहे अपने भाई अरुण की पहले अपने ही दुपट्टे से गला कस कर हत्या कर दी और उसके शव को प्रेमी के साथ मिलकर गांव के समीप एक आलू के खेत में ले जाकर फेकने के बाद उसके गले को रेत भी दिया और आराम से घर चली आयी। घटना को दूसरा मोड़ देने के लिए मृतक अरुण की बहन पूजा ने मुकामी थाने में पांच अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया था। एसपी दक्षिणी बिपुल कुमार श्रीवास्तव ने इस घटना का खुलासा कर एक बार फिर समाज को सोचने के लिए मजबूर कर दिया कि प्यार में अंधी हो चुकी सगी बहन ने अपने ही हाथों अपने ही खून की हत्या करने में उसके हाथ नही कापें। मुकामी पुलिस कार्यवाई किये जाने के बाद दोनों प्रेमी और प्रेमिका को न्यायालय भेज दिया।