यूपी में बुलंदशहर के स्याना कोतवाली क्षेत्र में सोमवार को गोकशी के विरोध प्रदर्शन के दौरान कथित गौरक्षकों की भीड़ और पुलिस के बीच हुयी झड़प में कोतवाली निरीक्षक समेत दो लोगों की मौत हो गयी जबकि चार अन्य गंभीर रूप से घायल हो गये थे. इस मामले में स्याना कोतवाली में तैनात इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की हत्या के मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि चार लोगों को हिरासत में लिया गया है. इस संबंध में स्याना कोतवाली के सब इंस्पेक्टर सुभाष सिंह ने रिपोर्ट दर्ज कराई है, जिसमें बजरंग दल के जिला संयोजक योगेश राज, बीजेपी युवा स्याना के नगर अध्यक्ष शिखर अग्रवाल, वीएचपी कार्यकर्ता उपेंद्र राघव को भी किया नामजद किया है.
पुलिस ने इस मामले में दो अलग-अलग एफआईआर भी दर्ज की हैं. इनमें से एक एफआईआर इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की हत्या के मामले में दर्ज की गई है, जिसमें कुल 28 लोगों को नामजद किया गया है, जबकि 60 अज्ञात लोग शामिल हैं. सुबोध कुमार की हत्या के मामले में बजरंग दल के नेता योगेश राज को मुख्य आरोपी बनाया गया है. बताया जा रहा है कि उसी ने सबसे पहले गोकशी की शिकायत की थी.
वहीं, दूसरी एफआआईआर गोकशी के मामले में दर्ज की गई है, जिसमें सात लोगों के नाम हैं. इस मामले की जांच एसआईटी और एडीजी इंटेलिजेंस कर रहे हैं. आरोपियों की धरपकड़ के लिए पुलिस की छह टीमों ने अब तक 22 ठिकानों पर छापेमारी की हैं.
बता दें कि बुलंदशहर के स्याना में कथित रूप से गोकशी के शक में सोमवार को काफी हंगामा हुआ था. इस दौरान पुलिस पर पथराव और गोलीबारी की गई थी. भीड़ की हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की मौत हो गई थी.
नम आखों से बोला बेटा अभिषेक, हिन्दू-मुस्लिम विवाद ने ली मेरे पिता की जान
Abhishek, son of deceased policeman Subodh Kumar Singh: My father wanted me to be a good citizen who doesn't incite violence in society in the name of religion. Today my father lost his life in this Hindu-Muslim dispute, tomorrow whose father will lose his life? #Bulandshahr pic.twitter.com/zpFJoI4O2R
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) December 4, 2018
अभिषेक 12वीं के छात्र हैं, पर उनकी गहरी सोच बताती है कि पिता ने उनमें किस तरह की सोच विकसित की और कैसे उनकी परवरिश की। पिता की मौत के बाद अभिषेक की आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे। गहरे दुख और पीड़ा के साथ वह कहते हैं, ‘मेरे पिता चाहते थे कि उनके बच्चे अच्छे नागरिक बनें, ऐसे नागरिक, जो धर्म को लेकर किसी तरह का पक्षपातपूर्ण रवैया न रखता हो और न ही इसके नाम पर समाज में हिंसा न फैलाए। उनका मानना था कि सभी नागरिक समान हैं और उन्हें एकजुट रहना चाहिए। उन्होंने यही सीख हमें भी दी।’
हालांकि किसी ने शायद ही सोचा होगा कि सामाजिक व सांप्रदायिक सौहार्द की सीख देने वाला शख्स एक दिन इसी हिंसा की भेंट चढ़ जाएगा। मौजूदा हालात के बीच अभिषेक का यह सवाल हमारे राजनेताओं से लेकर समाज के अन्य लोगों के लिए एक सबक भी है, जिसमें वह कहते हैं, ‘आज हिन्दू-मुस्लिम विवाद में मेरे पिता की जान गई, कल किसके पिता की जान जाएगी?’
पुलिस सूत्रों ने बताया
उत्तेजित गौ रक्षकों ने चिंगरावटी पुलिस चौकी पर जमकर तोड़फोड़ कर आग लगा दी। पुलिस की कई जीप और आधा दर्जन दो पहिया वाहन फूंक डाले गये। पथराव से स्याना कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक सुबोध कुमार सिंह की सिर में पत्थर लगने से मृत्यु हो गयी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में चिंगरावटी गांव के एक गौ रक्षक सुमित कुमार की गोली लगने से मौत हुई। झड़प के दौरान पुलिस क्षेत्राधिकारी सत्य प्रकाश, दरोगा सुरेश चौधरी, होमगार्ड का जवान राजेन्द्र के अलावा एक अन्य व्यक्ति पत्थर लगने से घायल हुए हैं।
इस बीच लखनऊ में पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था आनंद कुमार ने बुलंदशहर की घटना की एसआईटी जांच के आदेश दिये है। मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुये गाजियाबाद और नोयडा से अतिरिक्त पुलिस बल भेजा गया है। जिला मजिस्ट्रेट अनुज कुमार,एसएसपी केबी सिंह और मेरठ मुख्यालय से अपर पुलिस महानिदेशक प्रशान्त कुमार, पुलिस महानिरीक्षक राम कुमार एवं आयुक्त अनिता मेश्राम मौके पर कैम्प किये हुये हैं। एडीजी प्रशान्त कुमार ने दावा किया कि स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। अभी किसी पक्ष की ओर से कोई मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है।
सूत्रों ने बताया कि स्याना क्षेत्र के गांव महाव में तड़के खेतों में दो दर्जन से अधिक गौवंश मृत अवस्था में पड़े मिले जिसे क्षेत्र में सनसनी फैल गयी। मामले की सूचना मिलते ही बड़ी तादाद में गौरक्षक एवं हिन्दू संगठनों से जुडे कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गये। जब तक पुलिस मौके पर पहुंचती, गौरक्षक गौवंश के अवशेषों को ट्रैक्टर ट्राली में भरकर स्याना-बुलन्दशहर रोड स्थित चिंगरावटी पुलिस चौकी पर ले आये।
गौरक्षकों ने ट्रैक्टर ट्राली को सड़क के बीचोंबीच खडी कर पुलिस प्रशासन विरोधी नारेबाजी की और सड़क पर धरना शुरू कर दिया जिससे सड़क के दोनो ओर वाहनों की लंबी कतार लग गयी। हिन्दू संगठन के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि क्षेत्र में गौकशी धडल्ले से की जा रही है जिसकी शिकायत पुलिस प्रशासन से भी की गयी लेकिन पुलिस ने कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की।
सड़क पर धरना और यातायात जाम की सूचना पर स्याना के प्रभारी निरीक्षक सुबोध कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पा पहुंचे और उन्होंने प्रभावी कार्रवाई का आश्वासन देते हुए धरना जाम समाप्त कराने का प्रयास किया लेकिन भीड़ ने उनकी अपील को अनसुना करते हुये धरना जारी रखा। प्रभारी निरीक्षक ने स्थिति हाथ से निकलते हुए देख पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी जिससे आसपास के थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गयी। पुलिस क्षेत्राधिकारी सत्य प्रकाश भी मौके पर मौजूद थे।
सूत्रों ने बताया कि पुलिस ने आन्दोलनकारियों को जबरन धरने से उठाकर जाम खुलवाने का प्रयास किया जिस पर भीड़ की पुलिस से झड़प हो गयी। आरोप है कि आन्दोलनकारियों में कुछ उपद्रवी तत्व भी शामिल हो गये। पुलिस ने जब हवा में लाठियां लहराकर भीड़ को तितर बितर करना चाहा तब उपद्रवी तत्वों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। एक पत्थर इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिर में लगा जिससे वह चोटिल होकर जमीन पर गिर पड़े और उनकी मौके पर ही मौत हो गयी।
इंस्पेक्टर के घायल होते ही पुलिस और पीएसी ने अधाधुंध लाठियां बरसानी शुरू कर दी। इसी बीच आन्दोलनकारियों की ओर से किसी ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की गोली लगने से ग्राम चिंगरावटी का 27 वर्षीय सुमित घायल हो गया जिसने बाद में दम तोड़ दिया।
बेकाबू उपद्रवियों ने चिंगरावटी पुलिस चौकी में आग लगा दी। पुलिस निरीक्षक, पुलिस क्षेत्राधिकारी के वाहन को पत्थराव करके क्षतिग्रस्त कर दिया और बाद में दोनों वाहनों को आग के हवाले कर दिया। उपद्रवी तत्वों ने पुलिस चैकी के आसपास खड़े एक दर्जन वाहनों में तोड़फोड़ की और बाद में उनमें आग लगा दी। इनमें आधा दर्जन दो पहिया वाहन भी शामिल हैं।
बुलंदशहर में आक्रोशित भीड़ के हमले में पुलिस सब इंस्पेक्टर की मौत
उत्तर प्रदेश में बुलंदशहर के स्याना क्षेत्र में सोमवार को गोकशी के विरोध प्रदर्शन के दौरान आक्रोशित भीड़ द्वारा किये गये हमले में एक पुलिस उप निरीक्षक की मृत्यु हो गयी।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि स्याना क्षेत्र के महाव गांव में सुबह एक खेत में गोवंश के अवशेष मिले थे जिस पर आक्रोशित ग्रामीणों का साथ देने कुछ हिन्दू संगठन आगे आ गये। गुस्साई भीड़ ने अवशेषों को ट्रैक्टर ट्रॉली में भर कर स्याना बुलंदशहर राजमार्ग पर स्थित चिंगरावठी पुलिस चौकी के निकट जाम लगा दिया। आक्रोशित भीड़ गो तस्करों की गिरफ्तार की मांग कर रही थी।
पुलिस ने जाम खुलवाने का प्रयास किया तो आक्रोशित भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया। भीड़ ने पुलिस चौकी में तोडफ़ोड़ की और चौकी का सामान बाहर निकाल कर आग के हवाले कर दिया।
गुस्साई भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने हवा में फायरिंग की, जिससे आक्रोशित भीड़ ने पुलिस बल पर पथराव कर दिया। इस हमले में स्याना कोतवाली प्रभारी सुबोध कुमार सिंह गंभीर रूप से घायल हो गये। घायल पुलिस अधिकारी को अस्पताल ले जाया गया जहां डाक्टरों ने उन्हे मृत घोषित कर दिया।
जिलाधिकारी ने दिए बुलंदशहर घटना की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश
उत्तर प्रदेश में बुलन्दशहर जिले के स्याना क्षेत्र के गांव चिंगरावटी में गौ अवशेष मिलने के बाद हुई आगजनी एवं पत्थराव की घटना की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए गये हैं ।
जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने सोमवार शाम यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि अपर जिलाधिकारी (एडीएम) प्रशासन अरविन्द कुमार मिश्रा को जांच मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है।
गौरतलब है कि गौवंश अवशेष मिलने के बाद हुए बवाल में स्याना के प्रभारी निरीक्षक सुबोध कुमार की सिर में पत्थर लगने से और चिंगरावटी निवासी 27 वर्षीय युवक सुमित की पुलिस की गोली लगने से मृत्यु हुई है। उपद्रवियों ने पुलिस चौकी पर पत्थराव और आगजनी की। उपद्रवियों ने क्षेत्राधिकारी, इंस्पेक्टर की जीप के अलावा अन्य दो पहिया वाहन फूंक दिये गये।