एक ऐसा जानलेवा वायरस जिसे दुनियाभर में कोरोना या कोविड 19 के नाम से जाना जा रहा है, इस वायरस ने अब तक भारत में 8 लोगों की जान ले ली है जबकि लगभग 400 लोगों को अपना शिकार बना लिया है, इनमें कुछ मरीजों की संख्या वो है जो ठीक हो चुके हैं. वहीं, हैरानी की बात तो ये है कि कोरोना वायरस को हराने के बाद भी लोगों के मरने की खबर सामने आ रही है.
दरअसल, जयपुर और मुंबई में दो मरीज कोरोना को हरा चुके थे, लेकिन उसके बाद भी वो अपनी जिंदगी से हाथ धो बैठे. हालांकि दोनों की मौत अन्य बीमारी से हुई, लेकिन ऐसे में ये सवाल खड़ा होता है कि क्या दोनों की मौत के पीछे कोरोना जिम्मेदार है? क्या कोरोना वायरस से ठीक होने के बाद भी जान जाने का खतरा बना रहता है?
इसका जवाब हां है ऐसा बिल्कुल हो सकता है. डॉक्टर्स के मुताबिक कोरोना व्यक्ति के पूरे शरीर पर प्रभाव डालते हुए किडनी, दिल, फेफड़ों पर गंभीर असर डालता है. ये एक नए तरीके का वायरस है. इसके बारे में ठीक तौर पर किसी को भी नहीं पता है. ये वायरस ज्यादा जानलेवा इसलिए है क्योंकि ये पूरे शरीर को प्रभावित करता है.
क्यों हो रही रिकवर होने के बाद मौत
डॉक्टर की मानें तो कोरोना का सबसे पहले प्रभाव फेफड़ों और आंत पर हो रहा है. इसके बाद किडनी और फिर लिवर पर असर होता है. इस तरह से ये वायरस पूरे शरीर पर प्रभाव डालता है. इतना ही नहीं कई मरिजों की किडनी और दिल की समस्या हो जाती है और फिर बाद में मौत भी हो जाती है.
महाराष्ट्र में 8वीं मौत, कोरोना से ठीक हो चुका था शख्स
मुंबई में 23 मार्च, सोमवार को कोरोना वायरस के संक्रमण से तीसरी मौत हुई. फिलीपींस का 68 साल का ये व्यक्ति कोरोना वायरस के संक्रमण से ठीक हो चुका था. बृहन्मुंबई महानगरपालिका द्वारा अपने एक बयान में बताया गया कि शुरुआत में ये व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया था, जिसके बाद मुंबई के कस्तूरबा अस्पताल में उसका इलाज किया गया. इस दौरान जांच रिपोर्ट नेगेटिव आने पर उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया. जहां 22 मार्च, रविवार की रात को उसकी मौत हो गई.
जयपुर में इटली के शख्स की ऐसे ही मौत
इससे पहले 20 मार्च को जयपुर में एक इटली के व्यक्ति की मौत हुई थी. ये भी कोरोना वायरस के संक्रमण से ठीक हो चुका था. 69 वर्षीय इस शख्स की मौत जयपुर के एक प्राइवेट हॉस्पिटल (फॉर्टिस) में हुई थी.