प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा ) के खिलाफ अक्सर मोर्चा खोलने वाले शंकराचार्य स्वरूपानन्द सरस्वती के शिष्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द मंगलवार की शाम फिर तेवर में दिखे। प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ चुनाव में अखिल भारतीय राम राज्य परिषद के उम्मीदवार वेदांताचार्य श्री भगवान का पर्चा खारिज होने से नाराज स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द और उनके समर्थक बटुकों ने कचहरी परिसर में धरना दिया। चुनाव आचार संहिता के बावजूद स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द ने धरना देकर प्रधानमंत्री पर जमकर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि काशी में अन्याय हो रहा है। परिषद के प्रत्याशी का पर्चा बिना किसी गलती के निरस्त कर दिया गया हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री के दबाव पर हमारे प्रत्याशी का पर्चा खारिज किया गया है। बयान जारी करने के बाद स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द मौन होकर धरने पर बैठे रहे। सूचना पर अफसर और मीडिया कर्मी भी बड़ी संख्या में वहां पहुंच गये। अफसरों के समझाने के बाद भी स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द धरने पर समाचार लिखे जाने तक बैठे रहे।
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पीएम मोदी के खिलाफ अपने प्रत्याशी का पर्चा खारिज़् होने पर नाराज़ विद्यामठ के स्वामी अविमक्तेश्वरा नंद pic.twitter.com/N1OAk9RlJt
— Ajay Singh (@AjayNDTV) April 30, 2019
गौरतलब है कि सोमवार को सन्तों से समर्थित अखिल भारतीय राम राज्य परिषद के उम्मीदवार वेदान्ताचार्य श्री भगवान ने अपना नामांकन दाखिल किया था। आज नामांकन पत्रों के जांच के बीच श्री भगवान का पर्चा खारिज कर दिया गया। इसकों लेकर सन्तों में नाराजगी हैं। आज नामांकन पत्रों की जांच के चलते प्रत्याशी सुबह 10 बजे ही कलेक्ट्रेट के बाहर जुट गये। जिला निर्वाचन कार्यालय में मजिस्ट्रेट एक-एक प्रत्याशियों की पहचान के बाद जिला निर्वाचन कार्यालय भेज रहे थे। कार्यालय की ओर से जारी पत्र के आधार पर उम्मीदवारों को अंदर जाने की अनुमति थी।