-अनजान व्यक्तियों का फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार न करें
गोरखपुर। आपके फोन के मैसेज की रिंगटोन बजती है और मैसेज बॉक्स में एक क्लिक आता है वह क्लिक किसी ऑनलाइन गैंग का या किसी बड़े ऑफर का हो सकता है या फिर किसी गिफ्ट्स जितने का भी हो सकता है। लॉक डाउन के दौरान ऐसे मैसेज और क्लिक की बाढ़ सी आ गई है। कई लिंक में बकायदा मास्क आदि मैसेज भेजने की बात होती है जैसे ही आप लिंक खोलते हैं आपके फोन में मौजूद डाटा हैक हो सकता है, यह सबसे खतरनाक है ।
एडीजी जोन गोरखपुर दावा शेरपा ने कहा कि पहले यह ठग गांव वालों को ठगते थे अब यह काम साइबर क्राइम के जरिए हो रहा है। वे स्वीकार करते हैं कि लॉक डाउन में साइबर क्राइम की घटनाएं कुछ बढ़ी हैं । इसी तरह पिपराइच इलाके के तुरवा के रहने वाले विनोद दुबे के मोबाइल पर एक ठग ने मैसेज कर 10 हजार रुपये भेजने की बात की और बड़े ही ईमानदारी दिखाते हुए कहा कि मेरे परिवार का एक सदस्य अस्पताल में भर्ती है। आपका पैसा एक या दो दिन में वापस कर देंगे। लेकिन दुबे की सतर्कता से ठग के हाथ रुपये जाने से बच गए।
ई-मेल सप्रुकिंग
आपके पास ऐसे ई-मेल आएंगे जो वास्तविक लगते हैं और विश्वसनीय भी। किंतु ऐसा होता नहीं है । आपके स्मार्टफोन और आपके डॉटा तक पहुंच बनाने के लिए सीधे मैसेज भेजना गोमिंग ई-मेल और वेबसाइट कर जरिए फाइल भेजी जाती है।
साइबर बुलिंग
इलेक्ट्रॉनिक और संचार माध्यम के जरिए जैसे कंप्यूटर, मोबाइल, फोन, लैपटॉप का प्रयोग कर किसी को प्रताड़ित करना या ठगना साइबर बुलिंग की श्रेणी में आता है । साइबर का अपराधी नौकरी के नाम पर भी लोगों को ठगते हैं, पैसा ऐंठते हैं। कई बार से ब्लैकमेल भी करते हैं।
कैसे बचें साइबर फ्राॅड से
एडीजी कहते हैं कि सोशल मीडिया पर अनजान व्यक्ति की फ्रेंड रिक्वेस्ट को स्वीकार न करें। अपराधी आपसे दोस्ती करने के लिए आईडी और साइटस भी बना लेते हैं इसी प्रकार अपनी जानकारी शेयर ना करें यदि करते हैं तो प्राइवेट प्राइवेसी में जाकर गोपनीय कर दें। यदि करते हैं तो जैसे जन्म तिथि फोन नंबर और पता न डालें । कभी-कभी अनजान साइटस में अनावश्यक सॉफ्टवेयर व एप्स, डेटिंग एप ऑनलाइन गेम को इंस्टॉल ना करें। भूलकर भी किसी को ओटीपी न भेजें। सतर्क रहने की जरूरत है। –
ऐसे करते हैं क्राइम
एडीजी कहते हैं कि साइबर क्राइम के अपराधी मैसेज भेजते हैं और कहते हैं कि आपके खाते में अभी दो से लेकर 50 हजार रुपये पहुंच सकते हैं। आपको एटैच लिंक को क्लिक करना है ।और सामान्य सी जानकारी देनी है। जैसे ही आप लिंक पर क्लिक करते हैं आपकी दी गई जानकारी हैकिंग साइटस पर चली जाती है। इसके बाद आपसे कहा जाएगा कि पैसा एक या दो दिन में ट्रांसफर हो जाएगा । आपसे इसी बीच बैंक की डिटेल ले ली जाएगी। अचानक आपके खाते से रुपए गायब हो जाते हैं या आपकी दी गई जानकारी के आधार पर शॉपिंग हो जाती है।