प्रभु हनुमानजी की जाति और धर्म पर लोगो के बयानबाजी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. देश में इन दिनों भगवान हनुमान लगातार चर्चा जोरो पर है. और उनकी चर्चा का विषय उनकी जाति को लेकर है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजस्थान विधानसभा चुनाव के दौरान हनुमान को दलित बताया था, इसके बाद उनके जाति को लेकर राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई है. कोई उन्हें दलित, कोई मुसलमान और कोई उन्हें जाट का बता रहा है, लेकिन अब अब उनकी नागरिकता को लेकर नया विवाद सामने आ गया। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बागी सांसद और पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद ने बजरंगबली ने कहा है कि अब तो चीन के लोग भी हनुमान जी पर अपने इष्ट होने का दावा ठोंक रहे हैं। बता दें कि इससे पहले बीजेपी के कई नेता पवनपुत्र को वनवासी, दलित, मुस्लिम, ब्राह्मण और जाट करार दे चुके हैं।
शुक्रवार को संसद के बाहर उन्होंने इस मसले पर एक हिंदी चैनल से बात की। चीनी भाषा के जानकार, लेखक और समाज सुधारक का कथन याद दिलाते हुए उन्होंने कहा, “कन्फूयशियस ने कहा था- जो सरकारें धर्म-जाति के नाम पर सरकार चलाना चाहती हैं, वे हरदम विफल होती हैं। जो इन्हें किनारे रखकर आगे बढ़ती हैं, वे सफल होती हैं।”
बकौल आजाद, “अब तो नया विवाद सामने आ गया है कि चीनी लोग भी दावा कर रहे हैं कि हनुमान जी उनके हैं। पहले सीएम योगी, दलितों, मुसलमानों और जाटों ने हनुमान जी पर दावा ठोंका। अब चीनी बोल रहे हैं कि वह उनके भगवान हैं। कहते थे- जैसे चैन, टैन, वैन, हैन ठीक वैसे ही हनुमान।” उनके मुताबिक, “अब चीनी लोगों ने यह फैलाना शुरू किया है। अब तो पूरे विश्व भर में हनुमान जी के धर्म, जाति और नागरिकता पर बात होगी और इससे क्या शर्मनाक बात होगी।”
आजाद की इस टिप्पणी के बाद बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने कहा, “जिसे सब अपना भगवान बताएं, उसी का नाम भगवान है। उनकी कोई जाति नहीं होती। उनकी भगवत प्रकट हो रही है।” वहीं, कांग्रेसी नेता पीएल पुनिया बोले, “बजरंगबली आस्था के प्रतीक हैं। उनका इस तरह मजाक उड़ेगा, तो यह मानवता का मजाक होगा। यह उनका व मानवता का अपमान माना जाएगा।