अजमेर शरीफ के सालाना उर्स में शामिल होने के लिए कलियर से रवाना हुई छड़ी मुबारक..

कलियर से छड़ी मुबारक लेकर जाते जायरीन।

भास्कर समाचार सेवा

24 दिन बाद पहुंचेगा जायरीनों का जत्था

पिरान कलियर। हजरत ख्वाजा गरीब नवाज अजमेर शरीफ के सालाना उर्स में शामिल होने के लिए कलियर से अजमेर शरीफ के लिए छड़ी मुबारक रवाना हुई। 24 दिन तक पैदल यात्रा करने के बाद जायरीनो का जत्था अजमेर शरीफ पहुंचेगा।

हजरत ख्वाजा गरीब नवाज अजमेर शरीफ के सालाना उर्स में शिरकत करने के लिए हर साल देश की सभी दरगाहों व खानकाहों से छड़ी मुबारक का जत्था रवाना होता है। इस बार भी कलियर दरगाह साबिर पाक व दरगाह इमाम साहब से मासूम अली, बाबा मुदस्सिर, हैदर बाबा, गुलशैर बाबा, हफीजुर्रहमान की सरपरस्ती में संजू माना इरफान अजय कुमार सहित 150 अकीदतमंदों का जत्था सोमवार को छड़ी मुबारक लेकर अजमेर शरीफ के लिए रवाना हो गया है। छड़ी मुबारक जत्था कलियर से दिल्ली बाबा कुतुब की दरगाह शरीफ पर पहुंचेगा। देश के अन्य स्थानों से भी छड़ी मुबारक अजमेर के लिए रवाना होती लेकिन दिल्ली में सभी जत्थे एक साथ मिल कर संयुक्त रूप से अजमेर शरीफ के लिए रवाना होते है। 24 दिन की पैदल यात्रा कर यह सभी जत्थे इस्लामिक कैलेंडर की 29 तारीख को अजमेर शरीफ पहुंचेंगे। जहां गद्दीनशीन सय्यद खुशतर चिश्ती की ओर से जत्थे जोरदार स्वागत किया जाएगा। छड़ी मुबारक अजमेर शरीफ पहुंच दरगाह शरीफ के मुख्य दरवाजे पर खादिमो के साथ फहराकर उर्स की पहली रस्म अदा करते हैं। इसी के साथ हजरत ख्वाजा गरीब नवाज अजमेर शरीफ का सालाना उर्स शुरू हो जाएगा। छड़ी मुबारक की यह रस्म ख्वाजा गरीब के उर्स के दौरान करीब 800 सालों से चली आ रही है। हर साल कलियर दरगाह साबिर पाक के अलावा देश की सभी बड़ी खानकाहों से यह जत्थे रवाना होते हैं। इस मौके पर सूफी इकबाल शाह, रमजान, गुलाम फरीद, सरवर बाबा, फरीद साबरी, तस्लीम साबरी आदि अकीदतमंद शामिल रहें।

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