देखे अमृतसर ट्रेन हादसे की दर्दनाक VIDEO : ड्राइवर ने की पूरी कोशिश, जानिए क्यों नहीं रुकी ट्रेन

Amritsar train accident

अमृतसर: दशहरा के मौके पर पंजाब के अमृतसर में शुक्रवार की शाम एक भीषण हादसा हो गया। रावण दहन के लिए जुटे लोग तेज रफ्तार ट्रेन की चपेट में आ गए। अब तक 60  लोगों के मरने की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 48 अन्य घायल हैं। ट्रेन जालंधर से अमृतसर आ रही थी तभी जोड़ा फाटक पर यह हादसा हुआ। मौके पर कम से कम 300 लोग मौजूद थे जो पटरियों के निकट एक मैदान में रावण दहन देख रहे थे।

हादसे को लेकर रेलवे का कहना है कि पुतला दहन देखने के लिए लोगों का वहां पटरियों पर एकत्र होना स्पष्ट रूप से अतिक्रमण का मामला था और इस कार्यक्रम के लिए रेलवे द्वारा कोई मंजूरी नहीं दी गई थी। रेलवे अधिकारियों ने कहा कि स्थानीय प्रशासन को हादसे की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। इतनी भीड़ होने के बावजूद रेल चालक द्वारा गाड़ी नहीं रोके जाने को लेकर सवाल उठने पर अधिकारी ने कहा, ‘वहां काफी धुआं था जिसकी वजह से चालक कुछ भी देखने में असमर्थ था और गाड़ी घुमाव पर भी थी।’

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Live Updates:

  • जालंधर-अमृतसर राष्ट्रीय राजमार्ग प्रदर्शनकारियों ने अवरुद्ध कर दिया है। ये आयोजकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं और सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। घटना के 14 घंटे बाद भी प्रशासन ने अभी तक कोई कार्रवाई की घोषणा नहीं की है।
  • रेलवे हादसे के लिए जिम्मेदार नहीं। अगर ट्रेन रुकती तो यात्रियों को नुकसान होता। ट्रेन चालक ने गति को नियंत्रित करने की कोशिश की लेकिन ऐसा करने में असमर्थ था। जब ट्रेन रुक गई तो लोगों पर हमला किया गया, इसलिए ड्राइवर को यात्रियों की सुरक्षा के लिए अमृतसर जाने का निर्देश दिया गया: विवेक कुमार, डिवीजनल रेलवे मैनेजर
  • 8 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है, 5 ट्रेनों को डायवर्ट किया गया
  • यह एक दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी। यह समझना जरूरी है कि यह एक दुर्घटना थी। लापरवाही हुई है लेकिन यह जानबूझकर या प्रेरित नहीं था। यह हादसा कुछ मिनटों में ही हो गया। ट्रेन की गति काफी तेज थी और उसका हॉर्न नहीं बजाया गया था: सिद्धू

पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू अमृतसर के गुरु नानक देव अस्पताल पहुंचे, जहां घायलों को भर्ती कराया गया है।

रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्वनी लोहानी भी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा, ‘मैन लाइन के पास दशहरा उत्सव के बारे में रेलवे प्रशासन को सूचित नहीं किया गया था। लोग रेलवे ट्रैक से दशहरा समारोह देख रहे थे। लोगों को अधिक सतर्क रहने की जरूरत है, उन्हें रेलवे ट्रैक पर अतिक्रमण नहीं करना चाहिए।’

यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। जांच की जाएगी और जिन्हें दंडित करने की आवश्यकता है उन्हें दंडित किया जाएगा और जिम्मेदारी तय होगी। मैं यह सुनिश्चित करने के लिए यहां हूं कि घायल लोगों को उचित चिकित्सा सहायता प्रदान की गई है: पंजाब के राज्यपाल वीपी सिंह बदन्नोर

अमृतसर के जोड़ा फाटक इलाके में रेलवे ट्रैक के नजदीक रावण का पुतला जलाया जा रहा था। जैसे ही पुतले में पटाखे का विस्फोट होना शुरू हुआ और आग की लपटें तेज हुईं, लोग पीछे खिसकते हुए रेल पटरी पर चले गए। कुछ लोग रावण दहन देखने के लिए पहले से ही रेल पटरी पर खड़े थे। उसी दौरान जालंधर से अमृतसर जा रही ट्रेन तेज रफ्तार से आई और बड़ी तादाद में लोगों को अपनी चपेट में लेते हुए गुजर गई। ट्रेन को वहां से गुजरने में महज 10 से 15 सेकेंड लगे, ट्रेन के गुजरते ही क्षत-विक्षत शव दूर-दूर तक बिखर गए और घायलों की चीख-पुकार मच गई।

बताया जाता है कि रावण दहन के दौरान पटाखे की गूंज की वजह से लोग ट्रेन की सीटी की आवाज नहीं सुन सके। रावण के जलने के दौरान आग की लपटें तेज होने की वजह से लोग दशहरा स्थल से रेल पटरी पर जाकर नजारा देखने लगे।

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