चमोली। देवाल विकासखंड में आधुनिक तकनीक से बीडीसी बैठक हुई। बैठक में एनपीसीसी के अधिकारियों के साथ ही जिलास्तरीय अधिकारियों के सदन में नही आने पर दोनों के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया गया। इसके अलावा पीएमजीएसवाई की सड़कों में तमाम अनियमितता को लेकर 22 व 23 मई को एक संयुक्त जांच टीम गठित करने का भी प्रस्ताव बैठक में पारित किया गया।
देवाल ब्लाक सभागार में क्षेत्र प्रमुख डॉ. दर्शन दानू की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में सदस्यों ने लोनिवि की सड़कों का मुद्दा उठाते हुए थराली-देवाल-वांण मुख्य मोटर सड़क की दुर्दशा, धुरा-धारकोट का सुधारीकरण किए जाने, कलपटा-गुविला, कोड़वाबैंड-देवस्थली, वांण-रणकाधार, कुलिंग-दीदीना,कैल गांव तक मोटर सड़क के निर्माण की मांग सदस्यों ने की।
पीएमजीएसवाई के तहत हाटकल्याणी- सवाड़ मोटर सड़क का मानकों के अनुरूप निर्माण कार्य न होने का जिला पंचायत सदस्य आशा धपोला, सदस्य अरविंद भंडारी, कंचन मेहरा ने मामला उठाया। विभागीय अधिकारियों द्वारा संतोषजनक जवाब नहीं देने पर प्रमुख ने सवाड़ सड़क सहित, देवाल-खेता, खेता-तोरती-रामपुर, देवसारी, हाटकल्याणी-बेराधार, लौसरी-घेस-हिमनी आदि सड़कों की संयुक्त जांच करने की बात कही और प्रस्ताव पारित किया गया कि 22 एवं 23 मई को पंचायत प्रतिनिधियों के साथ सभी सड़कों की जांच की जाए। बैठक में एनपीसीसी के जिम्मेदार अधिकारियों के नहीं आने पर रोष व्यक्त करते हुए उनके खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया गया।