चमोली : पांडवसेरा में फंसे ट्रैकरों, पोर्टरों को सुरक्षित निकाला

मोली। रुद्रप्रयाग जिले की मद्यमहेश्वर घाटी के पांडवसेरा ट्रैक में फंसे ट्रैकरों और पोर्टरों को बचानें में रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन, आपदा प्रबंधन तंत्र, वायुसेना तथा आइटीबीपी की टीम को कामयाबी मिली है। रेस्क्यू किए गए तीन ट्रैकरों को वायुसेना के हेलीकॉप्टर से सोमवार सुबह गौचर लाया गया, जबकि उनके साथ गए चार पोर्टरों को सकुशल घर भेज दिया गया है।

वायुसेना के हेलीकॉप्टर से लाया गया गौचर

रुद्रप्रयाग जिले के पांडवसेरा ट्रेक पर ट्रैकिंग के लिए गये तीन ट्रैकर और उनके साथ गए चार पोर्टर गत 21 मई को रास्ता भटकने के कारण लापता हो गए थे । इसकी सूचना रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन को 28 मई को मिली थी। लापता हुए ट्रैकरों नें किसी तरह जिला प्रशासन से मदद की गुहार लगाई थी। इसके बाद रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीम हरकत में आई।

साथ गए चार पोर्टरों को सकुशल भेजा घर

जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन रजवार के नेतृत्व में पहले हेलीकाप्टर की मदद से ट्रैकरों की तलाश की गई, लेकिन क्षेत्र में भारी बारिश, बर्फबारी और घना कोहरा होने के कारण सर्च अभियान में मुश्किलें पैदा हुईं। ऐसे में वायुसेना की मदद ली गई। ट्रैकरों की सही लोकेशन मिलनें पर वायुसेना के दो हेलीकाप्टरों की मदद से लापता हुए ट्रैकरों और पोर्टरों को रविवार शाम को जोशीमठ लाया गया और सोमवार सुबह गौचर हवाई पट्टी पहुंचा दिया गया।

यहाँ आइटीबीपी आठवीं वाहिनी के जवानों की मदद से रेस्क्यू किए गए तीन पोर्टरों श्रीनिवास निवासी गाजियाबाद, अजय सिंह निवासी गोरखपुर और अजय नेगी को आइटीबीपी आठवीं वाहिनी की मेडिकल टीम व एंबुलेंस से वाहिनी के यूनिट हास्पिटल में भर्ती कराया। डाक्टरों नें बताया कि तीनों मरीजों को कोल्ड इंजरी व डिहाइड्रेशन की समस्या थी। दोपहर बाद ट्रैकरों को हास्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया गया।

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