कोविड नियंत्रण करने में मुख्यमंत्री का 3 टी प्रयोग एक माॅडल के रूप में प्रस्तुत हुआ



3टी माॅडल के तहत ट्रैस, ट्रैक और ट्रीट अभियान के साथ-साथ आशिंक कोरोना कफ्र्यू तथा टीकाकरण से प्रदेश में कोरोना के एक्टिव मामले घटे है प्रदेश में कोविड संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए आंशिक कोरोना कफ्र्यू लागू किया गया था

आंशिक कोरोना कफ्र्यू में जीवन और जीविका दोनों को बचाने के उद्देश्य से आंशिक कोरोना कफ्र्यू में औद्योगिक गतिविधियां, आर्थिक गतिविधियां, आवश्यक सामग्रियों से संबधित आवागमन तथा उनसे सम्बन्धित दूकाने भी खुली रखी गयी थी


सर्विलांस के माध्यम से निगरानी समितियों द्वारा ट्रेसिंग के तहत घर-घर जाकर संक्रमण की जानकारी ली जा रही है 97000 ग्रामीण पंचायतों में 5 मई, 2021 से एक विशेष अभियान चलाकर, जिसमें निगरानी समितियों द्वारा घर-घर जाकर उन लोगों का जिनमें किसी प्रकार के संक्रमण के लक्षण होने पर उनका एन्टीजन टेस्ट भी कराया जा रहा है


अगर एन्टीजन टेस्ट निगेटिव आ रहा है और लक्षण हैं तो उनका आरटीपीसीआर टेस्ट भी कराया जा रहा है, इसके साथ-साथ उनकोलगभग 12 लाख से अधिक मेडिकल किट भी बांटी गयी है

सर्विलांस के माध्यम से सरकारी मशीनरी द्वारा उत्तर प्रदेश की 24 करोड़ की जनसंख्या में से अब तक लगभग 17.50 करोड़ लोगों से उनका हालचाल जाना गया

प्रदेश में संक्रमण कम होने पर भी कोविड-19 के टेस्टों की संख्या में निरन्तर बढ़ोत्तरी की जा रही है, ताकि संक्रमित व्यक्ति की पहचान करके इलाज किया जा सके ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक से अधिक टेस्ट कराये जा रहे हैं

खबरें और भी हैं...