पूरनपुर, पीलीभीत। नेपाल सीमावर्ती गांव में चाइल्ड हेल्पलाइन टीम ने जनपद की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग टीम के साथ मिलकर बाल तस्करी रोकने के लिए जागरूकता अभियान चलाया। पुलिस टीम की मौजूदगी में गांव वालों को जागरूक किया गया।
थाना हाजरा क्षेत्र के सिंघाड़ा उर्फ टाटरगंज, टिल्ला नंबर -4 एवं टांगिया गांवों में ग्रामीणों को जागरूक किया। जिला प्रोबेशन अधिकारी प्रगति गुप्ता ने बताया कि आगामी 31 जुलाई को होने वाले अंतरराष्ट्रीय बाल तस्करी विरोध दिवस के अवसर पर जनपद में एक टीम गठित कर बाल तस्करी के विरुद्ध में अभियान चलाया जा रहा है, सोमवार को सीमावर्ती गांव में अभियान चलाया गया। चाइल्ड हेल्पलाइन टीम के परियोजना समन्वयक निर्वान सिंह ने ग्रामीणों को बताया कि गांव में कोई भी संदिग्ध, अपरिचित व्यक्ति लालच देकर बच्चों को कहीं ले जाकर नौकरी लगवाने अथवा काम दिलाने की बात करता है तो उससे सावधान रहे, वह बच्चे के लिए खतरनाक हो सकता है, वह बधुआ मजदूरी, यौन शोषण, बाल विवाह, शारीरिक शोषण कर सकता है।
ऐसे मामलों में टोल फ्री नंबर 1098 अथवा 112 पर दें। थाना एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग के उप निरीक्षक अमित कुमार शर्मा ने बताया कि पुलिस सदैव आपके साथ खड़ी है, किसी भी व्यक्ति के बहकावे में न आए और अपने बच्चों को 18 साल से कहीं पर काम करने के लिए न भेजें। बाल विवाह बाल श्रम कानूनी अपराध है।
जिला बाल संरक्षण इकाई के काउंसलर अभिषेक शुक्ला ने महिला कल्याण विभाग की योजना कन्या सुमंगला, मुख्यमंत्री बाल योजना सेवा एवं विधवा पेंशन के बारे में ग्रामीणों को जागरूक किया। एसएसबी टीम ने किसी भी तस्करी से संबंधित जानकारी को संबंधित एसएसपी पोस्ट पर देने की बात कही। जागरूकता टीम में थाना हजार के बाल कल्याण अधिकारी एवं एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के कांस्टेबल भानु प्रताप एवं अमित कुमार आदि मौजूद रहे।