शाहजहांपुर प्रकरण में एसआईटी की जांच पूरी, बुधवार को चार्जशीट दाखिल होगी
एसआईटी ने पूरे प्रकरण में 4700 पन्नों की रिपोर्ट तैयार की
शाहजहांपुर। पूर्व केन्द्रीय गृह मंत्री चिन्मयानंद के खिलाफ यौन शोषण के मामले और चिन्मयानन्द से रंगदारी मांगे जाने के मामले की जांच स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) ने पूरी करके पूरे प्रकरण में 4700 पन्नों की रिपोर्ट तैयार कर ली है। बुधवार को एसआईटी इस प्रकरण की चार्जशीट हाई कोर्ट में पेश करेगी। एसआईटी ने मंगलवार को खुलासा किया है कि जिला सहकारी बैंक के चेयरमैन व भाजपा नेता डीपीएस राठौर के लैपटॉप और मोबाइल से चिन्मयानंद के अश्लील वीडियो मिले थे। एसआईटी के अनुसार डीपीएस राठौर और अजीत सिंह ने चिन्मयानंद से सवा करोड़ रुपये मांगे थे।
एसआईटी प्रमुख आईजी नवीन अरोड़ा ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर उत्तर प्रदेश सरकार ने इस मामले की जांच के लिए एसआईटी बनाई थी। इलाहाबाद हाई कोर्ट की निगरानी में इस प्रकरण की जांच एसआईटी कर रही थी। उन्होंने बताया कि जिला सहकारी बैंक के चेयरमैन व भाजपा नेता डीपीएस राठौर के लैपटॉप और मोबाइल से चिन्मयानंद के अश्लील वीडियो मिले थे। डीपीएस राठौर और अजीत सिंह ने चिन्मयानंद से सवा करोड़ रुपये मांगे थे। इसलिए दोनों को आईपीसी की धारा 385, 201 व 506 का आरोपित बनाया गया है लेकिन इनकी गिरफ्तारी नहीं की गई। दोनों पर कार्रवाई हाईकोर्ट तय करेगी। उन्होंने बताया कि जांच-पड़ताल के दौरान 105 लोगों के बयान दर्ज किये गए और करीब 20 भौतिक साक्ष्य इकठ्ठा किये गए। लगभग 55 अभिलेखीय साक्ष्य लिए गए जो विभिन्न दस्तावेज से सम्बंधित थे।
चिन्मयानंद और छात्रा के मामले में चार्जशीट तैयार कर ली गई है। बुधवार तक अपनी आखिरी रिपोर्ट इलाहाबाद हाइकोर्ट को सौंपेंगे। आईजी ने बताया कि जांच के दौरान डीपीएस राठौर और अजीत सिंह ये दो नाम लगातार प्रकाश में आए। जांच में पता चला कि पीड़ित छात्रा ने नीले सफेद पाउच में कुछ पेन ड्राइव अजीत को दी गई थी। डीपीएस और अजीत ने युवती को सलाह दी थी कि जो तुम्हारे पास सबूत हैं वह तलाशी में पुलिस बरामद कर लेगी। वह उन्हें दे दे जो सुरक्षित रहेगा।
एसआईटी आईजी ने यह भी बताया कि वीडियो मिलने के बाद दोनों ने वीडियो की एक-एक कॉपी बनाई और इसके बाद चिन्मयानंद से सवा करोड़ रुपये रंगदारी मांगी। इस आधार पर दोनों के नाम भी चार्जशीट में शामिल शामिल किये गए हैं।
विडियो source by लल्लूराम