गोपाल त्रिपाठी
गोरखपुर। शारदीय नवरात्र में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखनाथ मंदिर के शक्ति मंदिर में कलश स्थापना करेंगे। पूरे 9 दिन व्रत रखने के बाद मॉ दुर्गा की पूजा के पारम्परिक अनुष्ठान को श्रद्धा के साथ पूर्ण करेंगे। गोरखनाथ मंदिर प्रबंधन ने 10 अक्तूबर से शुरू हो रहे नवरात्र के मद्देनजर तैयारियां शुरू कर दी है। नवरात्र प्रतिपदा की पूर्व संध्या से विजयादशमी तक मुख्यमंत्री 7 दिन गोरखनाथ मंदिर में ही प्रवास करेंगे। हालांकि मुख्यमंत्री के गोरखपुर दौरे का प्रोटोकॉल आना शेष है।
मुख्यमंत्री नवरात्र के दौरान नव दिन व्रत रखेंगे और सिर्फ फल और गाय के दूध का सेवन करेंगे। जानकारी मुताबिक मुख्यमंत्री गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ 9 अक्तूबर की रात ही गोरखनाथ मंदिर आ जाएंगे। 10 अक्तूबर को शाम 5 बजे मंदिर में कलश यात्रा निकाली जाएगी। योगी की अगुवाई में मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ समेत गोरखनाथ मंदिर परिवार के सभी पुजारी, महंत, वेद पाठी बालक आदि शामिल होंगे। वेद के मांगलिक मंत्रों के उच्चारण के बीच निकाली गई यह शोभा यात्रा मुख्य मंदिर परिसर से निकल कर भीम सरोवर तक जाएगी। यहां कलश भरने के बाद शक्ति मंदिर में कलश यात्रा की स्थापना कर पूजा अर्चना किया जाएगा। मुख्यमंत्री अगले दिन गुरुवार की सुबह लखनऊ के लिए प्रस्थान कर जाएंगे। उधर उनकी अनुपस्थिति में भी प्रतिदिन गोरखनाथ मंदिर में प्रतिपदा से नवमी तक श्रीमद्देवी भागवत की कथा एवं दुर्गा सप्तशती का पाठ शाम 4 बजे से 6 बजे तक संचालित होगा।
16 की रात होगी महानिशा पूजा
अष्टमी 16 अक्तूबर की रात से ही लग जाएगी। अन्य लोग अष्टमी पूजन सूर्योदय के पश्चात 17 अक्तूबर को करेंगे लेकिन मंदिर की परम्परा के मुताबिक 16 अक्तूबर की रात महानिशन पूजन और हवन शक्ति मंदिर में ही योगी करेंगे। इसके लिए वे 16 अक्तूबर की शाम तक मंदिर आ जाएंगे। 17 अक्तूबर को भी मंदिर में पूजा अर्चना करेंगे।
नवमी को होगा कुंवारी कन्याओं का पूजन और भोज
18 अक्तूबर को महानवमी श्रद्धा के साथ मनाई जाएगी। इस दिन योगी 12 बजे से कन्या पूजन एवं कन्या भोज श्रद्धा पूर्वक संपंन करेंगे। कुवारी कन्याओं का पांव धोकर और वस्त्र प्रदान कर पूजा अर्चना करने के बाद सभी को अपने हाथों से भोजन कराएंगे।
विजयादशमी को श्रीनाथ जी का विशिष्ट पूजन
19 अक्तूबर को विजयादशमी के दिन सुबह 9.25 बजे से मुख्यमंत्री मंदिर में श्रीनाथ जी की पूजा अर्चना करेंगे। इस दिन नाथ संप्रदायक के साधु संत और श्रद्धालु तिलक हाल में योगी आदित्यनाथ का तिलक करेंगे। यह कार्यक्रम अपराहन 1 बजे से 3 बजे तक चलेगा। उसके बाद अपराह्न 4 बजे से खुली जीप में सवार होकर योगी शोभा यात्रा के साथ श्री मानसरोवर मंदिर के लिए प्रस्थान करेंगे। जहां भगवान शंकर समेत सभी देवी देवताओं को पारम्परिक रूप से पूजन अर्चन करेंगे।
रामलीला मैदान में भगवान श्रीराम के राज तिलक में शामिल होंगे
यही से सीएम मानसरोवर रामलीला मैदान में पहुंच कर मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम का तिलक और आरती उतारेंगे। रावण बध के कार्यक्रम में शामिल होने के बाद शोभा यात्रा पुन: मंदिर वापस लौट आएगी। शाम 7 बजे से गोरखनाथ मंदिर में संतो, ब्राह्मणों एवं निर्धन नारायण के साथ सहभोज का कार्यक्रम आयोजित होगा। मुख्यमंत्री अगले दिन 20 अक्तूबर को लखनऊ के लिए प्रस्थान करेंगे। गोरखनाथ मंदिर के प्रवक्ता विनय गौतम बताते हैं कि मुख्यमंत्री बनने के पहले योगी आदित्यनाथ नवरात्र में गोरखनाथ मंदिर प्रांगण से बाहर नहीं निकलते थे लेकिन मुख्यमंत्री का दायित्व संभालने के बाद उन्होंने जनहित में इस परम्परा को तोड़ा है।