उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं को और बेहतर बनाने के लिए एक अहम ऐलान किया है। अब यूपी में आयुष्मान भारत कार्ड के बिना भी प्राइवेट अस्पतालों में मुफ्त इलाज उपलब्ध होगा। यह घोषणा सीएम योगी ने प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के क्रम में की है, ताकि गरीब और जरूरतमंद लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिल सके। इस योजना के तहत पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज होता है. हालांकि जिन गरीबों का ये कार्ड नहीं बन पाता है वो अस्पताल के बिल चुकाते-चुकाते पूरी तरह बर्बाद हो जाते हैं. जिसमें कहा गया है कि जिन लोगों के पास इलाज के पैसे नहीं हैं, उनका पैसा राज्य सरकार भरेगी.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनता दर्शन में गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए आर्थिक सहायता की मांग करने पहुंचे लोगों को भरोसा दिया कि वह बिना चिंता किए अच्छे से अच्छे अस्पताल में इलाज कराएं. इस इलाज में जो भी धनराशि खर्च होगी, उसकी व्यवस्था सरकार करेगी. सीएम योगी ने अफसरों को निर्देश दिया कि जिन लोगों के पास आयुष्मान कार्ड नहीं है और उन्हें उपचार के लिए आर्थिक सहायता की आवश्यकता है, उनके इस्टीमेट की प्रक्रिया को जल्द से पूरा कराकर शासन को उपलब्ध कराया जाए.
हर जरूरतमंद को मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से पर्याप्त सहायता राशि उपलब्ध कराई जाएगी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार 10 नवंबर की शाम विधानसभा उपचुनाव का प्रचार करने के बाद गोरखपुर पहुंचे थे. गोरखनाथ मंदिर में आयोजित जनता दर्शन में उन्होंने करीब 150 लोगों से मुलाकात की. सीएम योगी ने मंदिर परिसर के महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन के सामने कुर्सियों पर बैठाए गए लोगों से एक-एक कर समस्याएं सुनीं और अधिकारियों को उनकी समस्याओं के निस्तारण के लिए कहा.
सीएम ने सभी लोगों को आश्वस्त किया कि किसी को भी परेशान होने या घबराने की आवश्यकता नहीं है. हर समस्या का समाधान कराया जाएगा. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे जनता की समस्याओं पर पूरी गंभीरता और संवेदनशीलता से ध्यान देकर उनका जल्द समाधान कराएं. इसमें किसी भी तरह की कोताही नहीं होनी चाहिए.