दैनिक भास्कर ब्यूरो
बरेली। सीओ चकबंदी तृतीय रणधीर सिंह को 50 पचास हजार रुपये की रिश्वत लेते विजिलेंस की टीम ने रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। किसान की गोपनीय सूचना पर टीम ने यह कार्रवाई की। सीओ चकबंदी बहुत दिन से किसान पर एक मामले में रिश्वत देने का दबाव बना रहे थे। सीओ चकबंदी को कोतवाली ले जाया गया है। वहां उनसे टीम पूछताछ कर रही है।
पकड़ने के बाद कोतवाली ले जाए गए सीओ चकबंदी
भुता थाना क्षेत्र के गांव गजरेना निवासी किसान रोशन लाल का पिछले वर्ष जनवरी से बीसलपुर के मोहम्मदपुर निवासी तेजपाल से जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। इस जमीन का मुकदमा सीओ चकबंदी तृतीय रणधीर सिंह के यहां विचाराधीन है। सीओ चकबंद इस विवाद को निपटाने के लिए किसान रोशन से 50 हजार की रिश्वत मांग रहे थे। पीड़ित ने विजिलेंस के अधिकारियों को इसकी सूचना गोपनीय तरीके से दी। पीड़ित किसान ने बताया कि सीओ चकबंदी तृतीय रणधीर सिंह उसकी जमीन का मुकदमा खारिज करने के बदले में दो लाख रुपये की रिश्वत मांग रहे थे। ऐसा न करने पर सीओ चकबंदी ने तेजपाल का नाम उनकी जमीन में जोड़ने की धमकी दी। उसने इतने रुपये देने में असमर्थता जताई।
किसान के अनुसार सीओ चकबंदी ने देखा कि उनके कुछ भी हाथ नहीं आ रहा है तो उन्होंने उससे से दोबारा संपर्क किया और 50 हजार रुपये की व्यवस्था करने को कहा। गुरुवार दोपहर रोशन लाल ने विजिलेंस टीम को रिश्वत देने के लिए ऑफिस जाने की गोपनीय सूचना दी। दोपहर तीन बजे विजिलेंस टीम चकबंदी ऑफिस पहुंच गई। जैसे ही किसान ने सीओ चकबंदी को 50 हजार रुपये की रिश्वत दी वैसे ही टीम ने उनको रंगे हाथ दबोच लिया। तुरंत बाद सीओ चकबंदी तृतीय रणवीर सिंह को गिरफ्तार कर कोतवाली ले जाया गया। देर शाम तक उनके खिलाफ पुलिस के अलावा विभागीय कार्रवाई भी जारी थी। कोतवाली इंस्पेक्टर हिमांशु निगम ने बताया कि सीओ चकबंदी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा रही है। पूछताछ के बाद उनको जेल भेजा जाएगा।