० 13.09 करोड़ रूपये की कर चोरी का फाश
० लखनऊ, नोएडा समेत प्रतापगढ़ के प्रतिष्ठानों पर संयुक्त कार्रवाई
लखनऊ। यूपी एसटीएफ स्पेशल टास्क फोर्स व वाणिज्यकर के संयुक्त अभियान में विभिन्न कम्पनियों के संगठित नेटवर्क द्वारा 13.09 करोड़ रूपये की कर चोरी का पर्दाफाश किया है। संयुक्त टीमों शुक्रवार देर शाम लखनऊ में गोमतीनगर, इंदिरानगर समेत चार स्थानों पर छापेमारी की कार्रवाई की गई। नोएडा और प्रतापगढ़ में भी छापेमारी की गई है।
एसटीएफ ने बताया कि मोबाइल सर्विस प्रोवाइडर कंपनी को ग्राहकों को टॉक वैल्यू, पेमेंट, मोबाइल एप बनाकर भुगतान किए जाने समेत कई मामलों में जीएसटी चोरी में लिप्त पाया गया है। कर चोरी का एक बड़ा घपला सामने आया है। छापेमारी की कार्रवाई में कर कम्पनियों का इलेक्ट्रानिक डाटा को कब्जे में लेकर जांच-पड़ताल की जा रही है।
एसटीएफ के एसएसपी अभिषेक सिंह ने बताया कि कर अनुसंधान इकाई वाणिज्य कर विभाग द्वारा दूरसंचार/ डायरेक्ट टू होम(डीटीएच) मल्टी रिचाजज़् सर्विस प्रोवाइडर द्वारा की जा रही सकुज़्लर टेडिंग का अध्ययन करने पर पाया गया कि कुछ कम्पनियों द्वारा बोगस इनवाइसिंग करके राज्य सरकार व केन्द्र सरकार को करोड़ों रुपए के राजस्व की क्षति पहुंचाई जा रही है।
इस सम्बन्ध में अपर मुख्य सचिव वाणिज्य कर उ0प्र0 शासन आलोक सिन्हा के निर्देशानुसार वाणिज्य कर आयुक्त अमृता सोनी , पुलिस महानिरीक्षक एसटीएफ अमिताभ यश के साथ संयुक्त रूप से विचार विमर्श के उपरान्त पाया गया कि बोगस ट्रेडिंग करने वाले ट्रेडर्स को चिन्हित करके प्रभावी कार्यवाही की गई तो कर चोरी किये जाने की बात सामने आयी। इस संबंध में पुलिस उपाधीक्षक पीके मिश्र की टीम तथा कर अनुसंधान इकाई के संयुक्त आयुक्त संजय कुमार पाठक की टीम ने पिछले करीब 45 दिन से व्यापार माडल का अध्ययन कर राजधानी लखनऊ के साथ ही साथ प्रतापगढ़, नोएडा, खीरी आदि जनपदों में इस प्रकार की बोगस इनवासिंग कुछ कम्पनियों को चिन्हित कर भौतिक सत्यापन कर करीब 100 से अधिक अधिकारियों की टीम ने एक ही दिन में छापेमारी की कार्रवाई कर कम्पनियों का 6 टीबी इलेक्ट्रानिक डाटा को कब्जे में लेकर जांच-पड़ताल की जा रही है। पुलिस उपाधीक्षक पीके मिश्र ने बताया कि छापेमारी के दौरान करोड़ों की कर चोरी के साक्ष्य मिले है। फिललहाल कम्पनी के डायरेक्टर ने 13.09 करोड़ रूपये की देनदारी स्वीकार की है। सोमवार तक कंपनियों को कागजात दिखाने का मौका दिया गया है। यदि कागजात नहीं दिखा पाते हैं तो उनके खिलाफ विधिक कारज़्वाई की जायेगी।
10 कंपनियों का इलेक्ट्रानिक डाटा कब्जे में
पुलिस उपाधीक्षक पीके मिश्र ने बताया कि छापेमारी के दौरान राउण्ड पे ग्रुप गोमतीनगर, ई-मनी इन्दिरानगर, मेसेर्स वेलकम कम्यूनिकेशन आलमबाग तथा रवि एण्ड ब्रदसज़् पट्टी प्रतापगढ़ की कुल 10 कम्पनियों का डाटा कब्जे में लिया गया है। इसके अलावा राउण्ड पे ग्रुप से सम्बन्धित क्लाउड सर्विस प्रोवाइडर कम्पनी नोएडा से डाटा बैकप लिया गया है। जांच के दौरान एक ही पते पर कार्यरत राउण्ड पे ग्रुप की 2 कम्पनियों द्वारा जीएसटी पोर्टल पर अपलोड किये गये जीएसटी रिटर्न और इनवाइसों के विवरण के आधार पर पूछताछ पर पाया गया कि राउण्ड पे ग्रुप की एक कम्पनी द्वारा इसी ग्रुप की दूसरी कम्पनी से रुपए 72.7 करोड़ की खरीद दिखाते हुए रुपए 13.09 करोड़ आईटीसी का दावा किया गया है।
जांच टीम द्वारा इन दोनों कम्पनियों द्वारा आपस में की गयी खरीद बिक्री से सम्बन्धित इनवाइस मांगी गयी तो कम्पनी के डायरेक्टर व कर्मचारी नियमानुसार जारी कोई इनवाइस नहीं दिखा सके। इस दौरान पाया गया कि दोनों कम्पनियों में आपस में वास्तव में कोई खरीद बिक्री न करके कर चोरी की मंशा से जीएसटी पोटज़्ल पर रुपए 72.7 करोड़ की आपस में खरीद बिक्री दिखायी गयी तथा 13.09 करोड़ की आईटीसी का दावा किया गया है।














