महेवा,इटावा
विकास खण्ड महेवा के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत नागरी लोलपुर में सामुदायिक शौचालय के निर्माण की अधिकांश राशि खर्च होने के बाद भी आज भी शोचालय के भवन निर्माण का काम आधा अधूरा पड़ा हुआ है जिसके चलते ग्राम बासियों को इस का लाभ नही मिल पा रहा है ग्राम वासियो ने जिलाधिकारी महोदय से उक्त भवन का निर्माण कार्य मानक के अनुसार करबाए जाने की मांग की है।
जहाँ उत्तर प्रदेश में प्रदेश सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रो में सामुदायिक शौचालयो का निर्माण आम जन मानस की सुविधा हेतु कराया जा रहा है वही इन की देखभाल और साफ सफाई के स्वयं सहायता समूह को चयनित कर इनके शही संचालन की जिम्मेदारी दी गई है इतना ही नही सरकार द्वारा इसके रख रखाव हेतु भी चयनित समूह को तीन हजार रूपये तथा संचालन हेतु छै हजार रूपये प्रतिमाह देने का भी प्राविधान किया गया है, किन्तु जिम्मेदार लोगो की अनदेखी के चलते सरकार का ये अभियान गति नही पकड़ पा रहा है इसका जीता जागता उदाहरण है महेवा बिकास खण्ड क्षेत्र का ग्राम नगरी लोलपुर का अर्ध निर्मित सौचालय विदित हो की करीब एक साल पहले महेवा विकास खंड के ग्रामो में सामुदायिक सोचालयो का निर्माण कार्य सुरु कराया गया था जिसके लिए सरकार द्वारा ग्राम पंचायतों में धनराशि भेज दी गई थी जिसके चलते कई ग्राम पंचायतों में काम भी पूरा कर दिया गया और शौचालयो का संचालन भी समूह के माध्यम से कराया जा रहा है किंतु ग्राम पंचायत नगरी लोलपुर में जिम्मेदार लोगो की लापरवाही और खाऊ कमाऊ नीति के चलते आज भी शौचालय का भवन अधूरा पड़ाहुआ है जिसके चलते इस योजना का लाभ ग्राम वासियो को तो मिल ही नही पा रहा है बल्कि सरकार के द्वारा उपलब्ध कराई गई धनराशि का भी दुरूपयोग हो रहा है,कई ग्राम वासियो ने किये गए कार्य में भी मानक के हिसाब से सामिग्री के न प्रयोग किये जाने का भी आरोप लगाया वही जनपद की जिलाधिकारी महोदय से इस शौचालय का निर्माण मानक के अनुरूप जल्द से जल्द कराने की मांग की है ताकि सरकार की इस योजना का लाभ ग्राम वासियो को मिल सके।