मंडी समिति का हाल, पीने के पानी, जल निकासी का साधन नही, फेंकी गई सब्जियों से उठती है दुर्गंध

भास्कर समाचार सेवा

करोडों का कारोबार, सुविधाओं की दरकार

कोसीकलां। मंडी समिति परिसर में स्थित नवीन मंडी में प्रतिवर्ष करीब दस करोड़ का कारोबार होता है। इसके बाद भी यहां समस्याओं की भरमार है। व्यापारियों के पीने के पानी और शौचालय की व्यवस्था तक सृदृढ़ नहीं है। वहीं जल निकासी का इंतजाम न होने से बरसात के मौसम में जलभराव की समस्या उत्पन्न हो जाती है। जिससे व्यापारियों को परेशानी झेलनी पड़ती है।इसके अलावा मंडी में दुकान लगाने वाले शाम को खराब सब्जी व फल इधर-उधर फेंक देते हैं, जो सड़ता रहता है। इससे दुर्गंध उठती है और यहां के लोगों को परेशानी झेलनी पड़ती है। परिसर में गंदगी के कारण मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ गया है। जिससे आढतियों के साथ ही खरीदारी करने आने वाले व्यापारियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बेसहारा पशुओं की बेहिसाब संख्या से सभी परेशान है। व्यापारियों का कहना था कि करीब 25 वर्ष पूर्व मंडी के यहां आने से आस जगी कि नवीन मंडी में उन्हें बेहतर सुविधाएं मिलेगी। वर्तमान में यहां के व्यापारियों को मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल पा रहीं है। परिसर में जगह-जगह गंदगी का अंबार लगा हुआ है। बारिश होने पर परिसर के एक हिस्से में पानी भर जाता है। परिसर में व्यापारियों के लिए कोई शौचालय की व्यवस्था नहीं है। मंडी में कारोबार करने वाले ओमप्रकाश, गोकुल, अशोक आदि ने कहा कि मंडी में समस्याएं बहुत हैं। गंदगी के कारण परेशानी उठानी पड़ रही है। जिससे मच्छरों का प्रकोप भी बना हुआ है। वर्जन नवीन सब्जी मंडी में समस्याओं को दूर करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। जल निकासी के इंतजाम व साफ-सफाई की व्यवस्था सुदृढ़ की जाएगी। – उमेश चौधरी, सचिव मंडी समिति, कोसीकलां।

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