सहकारी चीनी मिलों की अनेक समस्याओं पर हुई चर्चा
भास्कर समाचार सेवा
नजीबाबाद। सहकारी चीनी मिल एवं अश्वनी कर्मचारी वेलफेयर एसोसिएशन का द्वितीय एक दिवसीय प्रांतीय सम्मेलन चीनी मिल नजीबाबाद परिसर में संपन्न हुआ।
द्वितीय प्रांतीय सम्मेलन का शुभारंभ मुख्य अतिथि वेलफेयर सोसाइटी के संरक्षक ओमेंद्र पोरस, एवं मिल के प्रधान प्रबंधक सुखवीर सिंह ने मां सरस्वती के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर किया। इस सम्मेलन में सहकारिता क्षेत्र की लगभग 15 चीनी मिलों के यूनियन के अध्यक्ष एवं सदस्यों सहित लगभग 120 कर्मचारियों ने भाग लिया। सम्मेलन में सरकार की आर्थिक नीतियों के चलते चीनी मिलों मैं विगत वर्षों से हो रहे घाटों एवं चीनी के दाम कम होने तथा सरकार द्वारा 2019 से लेकर अब तक चीनी का समर्थन मूल्य नहीं बढ़ाने वर्ष दौरान उत्पादन चीनी का नहीं दिखना। जिस कारण सहकारी सरकारी बैंकों को करोड़ों रुपए का ब्याज देना ,जिसके चलते सरकारी बैंकों को करोड़ों रुपए का ब्याज देने, तथा चीनी मिलों में लगभग 40 वर्षों से पुरानी तकनीक पर आधारित संचालन होना तथा मिलो में भारी मात्रा में अधिकारियों और योग्य कर्मचारियों की कमी होने के चलते हो रहे घाटों पर गहरी चिंता व्यक्त की गई। चीनी मिलों में वर्षों से भारी मात्रा में अधिकारी व योग्य कर्मचारियों की कमी होने के कारण बढ़ते घाटे के के प्रमुख कारणों पर चिंता व्यक्त की गई, साथ ही वेक्यूम चीनी कारखानों में लागू शासनादेश 1305/ 2906 022 के परिपालन में चीनी मिल में कार्यरतको चीनी मिल में कार्यरत संविदा, कर्मी आउटसोर्स, कैजुअल कर्मचारियों को समान कार्य,,,, समान वेतन के आधार पर समस्त सहकारी चीनी मिलों में वेतन का निर्धारण कराए जाने का प्रमुख मुद्दा छाया रहा। साथ ही यदि चेतावनी दी गई कि यदि शासन द्वारा शीघ्र कर्मचारियों की डीए की किस्त का भुगतान नहीं किया जाता तो उत्तर प्रदेश चीनी मिल की समझती नहीं मिलोगी कर्मचारी होली नहीं मनाएंगे तथा काली पट्टी बांधकर काम करेंगे, इस संबंध में वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से 8 सूत्रीय मांग पत्र प्रबंध निदेशक लखनऊ के नाम एक ज्ञापन चीनी मिल नजीबाबाद के प्रधान प्रबंधक को सौंपा गया कि वह अपनी आख्या मांग पत्र के संबंध में प्रबंध निदेशक को सौंपेंगे।
सम्मेलन को वरिंदर तेवतिया, अनूप शहर, बालेश्वर रमाला, धर्मपाल सिंह चौहान नजीबाबाद, प्रमोद रोहिल्ला गजरौला ,शकील सुल्तानपुर, सभी ने एक स्वर में शासन द्वारा अभी तक डी, ए कीकिस्तों का भुगतान न किए जाने तथा कर्मचारियों को पदोन्नति का लाभ भी नहीं दिए जाने , मिलो मैं विगत 15 से 20 वर्षों से दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को स्थाई ना किए जाने ,कर्मचारियों की वेतन संरचना को दूर ना किए जाने , चीनी मिलों में सातवां वेतन आयोग उत्तर प्रदेश वेतन समिति की रिपोर्ट को पूर्ण रुप से लागू किए जाने तथा न्यूनतम पे ग्रेड अट्ठारह सौ रुपए ग्रेट मैन लागू कराए जाने, नीलू में कार्यरत अधिकारी एवं कर्मचारियों जो कि 10 से 12 वर्ष से उच्च पदों पर कार्यरत कर रहे हैं उन्हें कार्य का लाभ नहीं दिया जा रहा है, इसलिए सभी के साथ न्याय संगत कार्यवाही करते हुए लंबित पदोन्नति समय मान वेतनमान की भूमिका प्रदान की जाए, चीनी मिलों में भारी मात्रा में अधिकारियों कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति होने से मिलो के संचालन एवं लक्ष्य को प्राप्त करना कठिन हो रहा है, इसलिए योग्य अधिकारी एवं कर्मचारियों की नियुक्ति की जाए आदि मांगों को पूरा न किए जाने पर गहरा रोष व्यक्त किया है, बाहर से आए सभी नेता गण एवं पदाधिकारियों ने चीनी मिल अधिकारियों एवं कर्मचारियों को संगठन को मजबूत बनाने तथा एकता पर बल दिया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि अमिंदर पोरस ने कर्मचारियों को आवाहन करते हुए कहा कि वह अपनी मांगों के प्रति गंभीर रहें। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की डी, ए की मांग इतनी गंभीर नहीं है इसके अलावा अन्य जो मांगे हैं उनको शासन प्रशासन का ध्यान दिलाने की जरूरत है और यह मांगे जब भी पूरी हो सकती हैं जब आपके संगठन में ताकत हो और आप संगठित हो आपकी एकता ही आपके मांगों को पूरा करा सकती है। उन्होंने कहा कि कोई भी उद्योग काम और कानून से चलता है। कर्मचारी को संगठित रहने की जरूरत है ।उन्हें कहा कि जहां एकता होती है वही विकास होता है। लड़ाई लड़ने से कोई मांग पूरी नहीं हुआ करती है बल्कि समस्या का समाधान आपसी सद्भाव और तालमेल से किया जाता है। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि ठेकेदारी प्रथा खत्म की जाए और उद्योगों में जो कार्य कर रहे हैं उन कर्मचारियों को संविदा पर रखा जाए। उन्होंने कर्मचारियों को आश्वासन दिया कि उनकी समस्याओं के लिए वह हमेशा कटिबद्ध, वचनबद्ध है। उन्होंने मृतक आश्रितों के प्रति भी अपनी सहानुभूति जताते हुए शीघ्र उनकी समस्याओं का समाधान का आश्वासन दिया ।
विशिष्ट अतिथि मिल के प्रधान प्रबंधक सुखवीर सिंह ने कहा कि संगठन में ही शक्ति है अधिकार और कर्तव्य को हमें समझना होगा। स्थितियां अब बदल गई है कर्मचारी की मानसिक क्रांति से अपनी के समस्याओं का समाधान ढूंढना होगा। उन्होंने कर्मचारी से कहा कि वह अपने कर्तव्यों के प्रति अपनी सोच को अच्छा रखें और नकारात्मक सोच से दूर रहे, उन्हें कहा के जीवन में कुछ पाना है तोअपने तौर-तरीकों को बदलना होगा इरादों को नहीं। उनका बदलना चाहिए। हमने कहा कि वर्तमान समय चुनौतीपूर्ण समय है। हमें मजबूत इरादे के साथ कार्य करना चाहिए तभी हमें सफलता मिलेगी।
कार्यक्रम के अंत में प्रांतीय अध्यक्ष कालूराम ने कहा कि संगठन की शक्ति ही आपको सफलता दिला सकती है। उन्होंने कहा कि सरकार की आर्थिक नीति कारण आज चीनी उद्योग संकट के दौर से गुजर रहा है उन्होंने कहा कि पूरी हिंदुस्तान में चीनी एक ऐसा उद्यम है जिसके दाम नहीं बढ़ते हैं जबकि गन्ने के दाम बढ़ते जाते हैं। कालूराम ने कहा कि चीनी मिलो मैं काफी समय से भर्ती न होने के कारण घाटे के कारण मुख्य कारण है। उन्होंने चीनी मिल की कर्मचारियों की समस्याओं को उचित बताते हुए शीघ्र ही उनके समाधान कराए जाने का कर्मचारी को आश्वस्त किया। उन्होंने मृतक आश्रितों को भी आश्वासन दिया कि शीघ्र ही शासन से वार्ता कर मृतक आश्रित के पदों पर उनकेआश्रितों को रखे जाने का प्रस्ताव कराया जाएगा साथ ही चीनी मिलों में संविदा ,आउट सोर्स, कैजुअल कर्मचारी जो कि बड़ी संख्या कार्यरत है ।उनके सभी समान कार्य,, समान वेतन के आधार पर वेतनमान विभिन्न प्रकार से दिया जा रहा है जबकि उनको कारखाना शासनादेश को समान वेतन के आधार पर वेतन निर्धारण करने का पूरी कोशिश की जाएगी । उन्होंने कर्मचारियों से अपने एकता को मजबूत बनाए रखने हुए संगठन को मजबूत करने का आह्वान किया
इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ होने से पहले मुख्य अतिथि अमिंदर पोरस,विशिष्ट अतिथि सुखवीर सिंह तथा प्रदेश अध्यक्ष कालूराम को वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से माला एवं प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। तथा अधिवेशन में बाहर से आए प्रत्येक कर्मचारी /अधिकारी को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। सम्मेलन को संपन्न कराने मे वेलफेयर एसोसिएशन के पद अधिकारी धर्मपाल सिंह चौहान ,सत्येंद्र गौतम ,धर्मपाल सिंह ,रवि विवेक यादव,पंकज रावत, आलोक गुप्ता टीकाराम उमेश शर्मा अजीत यादव कैलाश सिंह धर्मपाल सिंह रवि, का विशेष योगदान रहा ।/(कार्यक्रम का संचालन हसनपुर (गजरौला) से आए प्रमोद रोहिल्ला ने किया। सम्मेलन बेहद सफल रहा।