नयी दिल्ली ; इन दिनों राजनीती में घमासान बढ़ गया है. राहुल गाँधी कोई भी मौका नहीं छोड़ते pm मोदी पर निशाना साधने के लिए, चाहे वो रैली हो या प्रेस कांफ्रेंस, उनके लिए टॉप लिस्ट में सिर्फ नरेन्द्र मोदी ही रहते है. इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को राफेल डील और सीबीआई में घमासान के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खामोशी पर सवाल खड़े किए। राहुल ने पत्रकारों से कहा कि आप पीएम को जहां मैं बैठा हूं बैठा दीजिए, मैं आपके साथ बैठकर एक दिन के लिए पत्रकार बन जाऊंगा और राफेल पर 2-3 सवाल पूछूंगा। पीएम जवाब जवाब नहीं दे पाएंगे।
Throughout all this the Prime Minister has not said a word. Main aapke samne aata hu, aap mujhse jo sawal poochna chahate ho poochte ho. Aap PM ko yahan baitha do aur unke samne 3-4 sawal Rafale pe puch lo.Table se uth ke bhaag jayange: Congress President Rahul Gandhi pic.twitter.com/zduvFMNYZj
— ANI (@ANI) October 25, 2018
फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांसवा ओलांद के बयान का जिक्र करते हुए राहुल ने कहा कि ओलांद ने साफ कहा है कि मुझे पीएम की तरफ से कहा गया कि अनिल अंबानी को कॉन्ट्रैक्ट देना है। राहुल ने कहा कि एक बात पर गौर कीजिए इतना सब कुछ हो गया लेकिन प्रधानमंत्री एक बार भी नहीं बोले। कांग्रेस अध्यक्ष ने पत्रकारों से कहा कि मैं आपके सामने बैठा हूं आप जो भी सवाल करते हैं उनका जवाब देता हूं. आप एक बार प्रधानमंत्री को मेरी जगह बैठा दीजिए और राफेल पर 3-4 सवाल पूछिए, मै दावा करता हूं वो एक भी सवाल का जवाब नहीं दे पाएंगे और टेबल छोड़कर भाग जाएंगे।
The charge of CBI has been given to a man who has cases registered against him. Why? Because the PM can control him and that no inquiry can be conducted into #Rafale: Rahul Gandhi pic.twitter.com/zjB562aOR8
— ANI (@ANI) October 25, 2018
सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा को छुट्टी पर भेजे जाने की कार्रवाई को सीधे राफेल मामले से जोड़ते हुए राहुल गांधी ने आरोप लगाया सीबीआई राफेल मामले की जांच शुरू करने वाली थी इसलिए रात के दो बजे दफ्तर में छाप मारकर निदेशक के कमरे को सील किया गया और जरूरी दस्तावेज कब्जे में लिए गए।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि सीबीआई के चीफ को हटाने का काम तीन लोगों की कमेटी करती है, जिसमें पीएम, नेता प्रतिपक्ष और चीफ जस्टिस शामिल होते हैं। पीएम ने बिना इनके मशवरे के सीबीआई के मुखिया को हटाया। यह जनता का अपमान है, संविधान का अपमान है, चीफ जस्टिस का अपमान है। और इन सबसे बढ़कर यह गैरकानूनी है।