भोपाल । कांग्रेस विधानसभा चुनावों में अपनी सुनिश्चित हार से बौखला गई है। पार्टी अपनी बंद कमरे की रणनीति पर अमल करते हुए ‘मुस्लिमों को जोड़ो और हिंदुओं को तोड़ो’ की राजनीति कर रही है। इसी उद्देश्य से कांग्रेस नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं अन्य नेताओं की जाति के बारे में टिप्पणी कर रहे हैं। यह बातें भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा एवं राज्यसभा सांसद जीवीएल नरसिम्हा राव ने शुक्रवार को संयुक्त रूप से मीडिया से चर्चा करते हुए कही। उन्होंने कहा कि जातिसूचक टिप्पणियां करके कांग्रेस हिंदुओं का अपमान कर रही है, जिसे प्रदेश की जनता सहन नहीं करेगी।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता सीपी जोशी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री उमा भारती की जाति के बारे में जो बयान दिया है, वह कांग्रेस की जातिवादी राजनीति का परिचायक है। सीपी जोशी ने न सिर्फ प्रधानंमत्री एवं उमा भारती की जाति पूछी, बल्कि सार्वजनिक रूप से जातियों का उल्लेख करके उन्हें अपमानित करने का प्रयास भी किया है। उन्होंने कांग्रेस से पूछा कि क्या कुशवाहा, लोधी, गुर्जर, यादव और किरार जातियों का मान-सम्मान नहीं होता? पात्रा ने कहा कि कांग्रेस नेता सी.पी.जोशी ने कांग्रेस की ध्रुवीकरण, बंटवारे की राजनीति के चलते जो बयान दिया है, वह हिंदुओं का अपमान करने वाला है।
कांग्रेसियों ने प्रधानमंत्री की मां को भी नहीं बख्शा
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता नवजोतसिंह सिद्धू, कमलनाथ, राजबब्बर और मणिशंकर अय्यर लगातार प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का प्रयोग करते रहे हैं, अब इसमें एक नया नाम सी.पी.जोशी का नाम भी जुड़ गया है। गुजरात चुनाव के समय कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने प्रधानमंत्री के लिए ‘नीच’ शब्द का इस्तेमाल किया था। अब कांग्रेस नेता सीपी जोशी ने भी प्रधानमंत्री की जाति के बारे में बयान देकर यही काम किया है। उन्होंने कहा कि अब तो इससे भी आगे बढक़र कांग्रेस नेता प्रधानमंत्री की माताजी के बारे में भी टिप्पणी करने लगे हैं। कांग्रेस नेता राज बब्बर ने नोटबंदी के बाद भी मोदी जी की मां के बारे में टिप्पणी की थी। कांग्रेस का यह रवैया देश की हर संघर्षशील माता का अपमान है। सी.पी.जोशी के बयान के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने माफी की बात कही है, लेकिन यह एक नाटक है। अगर कांग्रेस अध्यक्ष इस प्रकरण को वास्तव में माफी के लायक मानते हैं, तो उन्हें सी.पी.जोशी को तत्काल हटाना चाहिए।
हर चुनाव में ऐसा ही करती है कांग्रेस
संबित पात्रा ने कहा कि हिंदुओं को बांटने की कांग्रेस की यह रणनीति नई नहीं है, बल्कि कांग्रेस हर चुनाव में ऐसा ही करती रही है। गुजरात चुनाव के समय कांग्रेस ने हिंदुओं को दलितों और सवर्णों के रूप में तोडऩे का प्रयास किया था। कर्नाटक चुनाव के दौरान कांग्रेस ने लिंगायत समाज को हिंदुओं से अलग बताने और अलग करने की नाकाम कोशिश की थी। अब कांग्रेस नेता सी.पी.जोशी का यह बयान भी ऐसे समय में आया है जब मध्यप्रदेश सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। स्पष्ट है कि कांग्रेस अपने जातिवादी एजेंडा को हवा देकर एक बार फिर हिंदुओं को तोडऩे की साजिश रच रही है।
सिद्धू को पाकिस्तान भेजे कांग्रेस
उन्होंने कहा कि करतारपुर कॉरिडोर को लेकर कांग्रेस नेता नवजोत सिद्धू ने इसका श्रेय स्वयं लेने और पाकिस्तान को देने की कोशिश की है, वह उनके पाकिस्तान प्रेम को दर्शाती है। करतारपुर कॉरिडोर केंद्र सरकार के प्रयासों से खुला है, जिसके बारे में केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार शाम को एक प्रेस कांफ्रेंस में जानकारी दी थी। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान, सेनाध्यक्ष कमर बाजवा के प्रति लगातार आ रहे सिद्धू के बयान यह बताते हैं कि उन्हें पाकिस्तान से बहुत प्रेम है और कांग्रेस को उन्हें पाकिस्तान ही भेज देना चाहिए, ताकि वे वहां की कैबिनेट में शामिल हो सकें।
जनता तय करे, 15 सालों का विकास चाहिए या 15 प्रतिशत कमीशनखोरी
संबित पात्रा ने कहा कि मैं कमलनाथ को यह बता देना चाहता हूं कि जिस तरह वे सडक़ परिवहन मंत्रालय को एटीएम समझते रहे हैं, उस तरह मध्यप्रदेश एटीएम राज्य नहीं है और प्रदेश की जनता उसे बनने भी नहीं देगी। कांग्रेस की सोच स्पष्ट है कि उसे 90 फीसदी मुसलमान चाहिए और बाकी बेईमान। ऐसे में यह प्रदेश की जनता को तय करना है कि उसे भाजपा सरकार का 15 सालों का विकास चाहिए या फिर कांग्रेस और उसके कमलनाथ जैसे नेताओं की 15 प्रतिशत कमीशनखोरी चाहिए।
कमलनाथ के भ्रष्टाचार को संरक्षण देते रहे राहुल: राव
राज्यसभा सांसद जीवीएल नरसिम्हा राव ने पत्रकार वार्ता में बताया कि यूपीए सरकार के समय कमलनाथ पहले वाणिज्य एवं उद्योग तथा बाद में सडक़ परिवहन मंत्री रहे थे। दोनों ही कार्यकाल में कमलनाथ ने जमकर भ्रष्टाचार किया और उनके भ्रष्टाचार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का संरक्षण मिलता था, जो कमलनाथ को हर बार बचाते रहे। वर्ष 2009 में तत्कालीन वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा ने संसद में यह स्वीकार किया था कि चावल निर्यात में घोटाला हुआ है और इसमें जमकर कमीशनबाजी हुई है। लेकिन जब इस मामले की सीबीआई जांच की बात उठी, तो राहुल गांधी के इशारे पर कांग्रेस सरकार ने इसके लिए मना कर दिया। वहीं, नीरा राडिया टेप से भी कमलनाथ की कमीशनखोरी उजागर होती है, जिसमें उन्हें मिस्टर 15 परसेंट कहकर संबोधित किया गया है। इसके साथ ही सडक़ परिवहन मंत्रालय को कमलनाथ द्वारा एटीएम माने जाने की बात भी उजागर हुई थी। कमलनाथ को मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी का मुखिया बनाने के पीछे भी पार्टी की मंशा सीधे-सादे लोगों के प्रदेश से भ्रष्टाचार के माध्यम से कमाई की रही है।