अमित शुक्ला
उन्नाव। प्रशासन और ठेकेदार की लापरवाही के चलते तीन वर्ष का लंबा अरसा बीत जाने के बाद भी यहां के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण पूरा नहीं हो सका है। अव्यवस्थाओं के बीच अलग अलग तीन स्थानों पर संचालित सीएचसी में आने वाले मरीजो को भारी मुश्किलों से जूझना पड़ रहा है। वही सीएचसी स्टाफ को भी भारी दिक्कतें झेलनी पड़ रही है।
गौरतलब है कि स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को उच्चीकृत करने हेतु ठेकेदार द्वारा करीब तीन वर्ष पूर्व भवन को धराशाई कर दिया गया था। तत्पश्चात सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के नये भवन की नींव रखी गई थी। चंद दिनों में इस नए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भवन का निर्माण कार्य शुरू हो गया। शिलान्यास के बाद क्षेत्रीय लोगों में खुशी थी कि अब यहां भी समुचित स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकेगी। किंतु प्रशासन और ठेकेदार की लापरवाही के चलते करीब तीन वर्ष गुजर जाने के बाद भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण पूरा नहीं हो सका। परिणाम स्वरूप यहां तैनात डॉक्टरों ने मजबूरन प्रसव केंद्र को क्षेत्र के गांव सुल्तानपुर में स्थानांतरित कर दिया गया। जबकि अभिलेख व वैक्सीन आदि के रखरखाव हेतु पुराने अस्पताल के निकट एक कमरा स्थापित किया गया है।
वही नगर के मोहल्ला खतरियाना स्थित एक बरातघर में ओपीडी चल रही है। अलग अलग तीन स्थानों पर स्वास्थ्य केंद्र संचालित होने से जहां मरीजो को भारी मुश्किलों से जूझना पड़ रहा है। वहीं यहां तैनात स्टाफ को भी भाग दौड़ करने में भारी मुसीबतें झेलनी पड़ रही है। अस्पताल के प्रभारी डॉ संजीव कुमार ने बताया कि भवन निर्माण में बरती जा रही लापरवाही के प्रति कई बार लिखित व मौखिक रूप से उच्च अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है। किंतु निर्माण एजेंसी की लापरवाही के चलते भवन का कार्य अभी तक पूर्ण नहीं हो सका है।