पर्यावरण मंत्रालय की समिति में अडाणी समूह के सलाहकार की भूमिका पर विवाद

नई दिल्ली। मोदी सरकार ने जनार्दन चौधरी को एक्सपर्ट अप्रेजल कमेटी (EAC) का मेंबर बनाया है। EAC, पर्यावरण मंत्रालय के अंतर्गत काम करती है। जनार्दन चौधरी अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (AGEL) में एडवाइजर हैं। इस पर शिवसेना (उद्धव गुट, UBT) की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा- एक्सपर्ट अप्रेजल कमेटी (EAC) के एक मेंबर AGEL में सलाहकार हैं। EAC के अन्य सदस्य कौन हैं? कमेटी के सदस्यों में से केवल एक निजी कंपनी के सलाहकार और आश्चर्यजनक रूप से AGEL में काम करते हैं। दोस्ती हो तो ऐसी।

पर्यावरण मंत्रालय की एक समिति में अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) के एक सलाहकार को शामिल किए जाने के मुद्दे पर मंगलवार को राजनीतिक विवाद शुरू हो गया और विपक्षी दलों ने इसके लिए सरकार पर निशाना साधा।

केरल कांग्रेस ने X (पहले ट्विटर) पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लिए बिना लिखा- अडाणी प्रधान सेवक ने अडाणी के कर्मचारी जनार्दन चौधरी को EAC का मेंबर बनाया है। EAC ने 10 हजार 300 मेगावॉट के 6 प्रोजेक्ट्स को मंजूरी दी है। हाल ही में चौधरी ने अडाणी के सातारा में 1500 मेगावॉट के प्लांट को मंजूरी दी है।

कई पैनल का हिस्सा हैं जनार्दन चौधरी

मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि चौधरी को 27 सितंबर को नियुक्ति दी गई। केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने पनबिजली और नदी घाटी परियोजनाओं के लिए EAC का पुनर्गठन करते समय चौधरी को सात गैर-संस्थागत सदस्यों में से एक के रूप में नामित किया था। रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया कि चौधरी को उन सभी महत्वपूर्ण पैनलों में अपॉइंट किया गया, जिन्होंने कई पॉवर प्रोजेक्ट को हरी झंडी दी। इनमें कुछ अडाणी ग्रुप के प्रोजेक्ट्स भी हैं।

जनार्दन चौधरी की नियुक्ति को लेकर विपक्षी महिला सांसदों ने सरकार को घेरा

शिवसेना (UBT) नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने X पर लिखा- EAC के सामने अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के कई प्रोजेक्ट्स आए थे, जिनमें 850 मेगावॉट का रायवाड़ा (आंध्र प्रदेश), 1800 मेगावॉट का पेदाकोटा (आंध्र प्रदेश), 2100 मेगावॉट का पटगांव (महाराष्ट्र), 2450 मेगावॉट का कोयना-निवकाने (महाराष्ट्र), 1500 मेगावॉट का माल्शेज घाट भोरांडे (महाराष्ट्र), 1500 मेगावॉट का तराली (महाराष्ट्र) की परियोजनाएं 17 अक्टूबर को पास कर दी गईं।
सवाल के बदले पैसे मामले में फंसीं टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा- मोदी सरकार के पर्यावरण मंत्रालय ने अडाणी के कर्मचारी जनार्दन चौधरी को EAC का मेंबर बनाया है। इस कमेटी ने अडाणी के 10 हजार 300 मेगावॉट के 6 प्रोजेक्ट्स को मंजूरी दी है। पिछली मीटिंग में चौधरी ने AGEL के 1500 मेगावॉट के सातारा प्लांट को मंजूरी दी थी।

राहुल बोले- अडाणी ने 32 हजार करोड़ का घोटाला किया: कहा- विदेश से खरीदा कोयला भारत आकर महंगा हो गया, इसमें PM की सहमति

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर से बिजनेसमैन गौतम अडाणी पर निशाना साधा। उन्होंने अक्टूबर में दिल्ली में 14 मिनट की एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। जिसमें कहा- अडाणी ने 32 हजार करोड़ का घोटाला किया है। आज महंगी बिजली के पीछे अडाणी हैं। उन्होंने जनता की जेब से पैसे लूटे हैं। इन आरोपों में BJP सरकार को घेरते हुए राहुल बोले- अडाणी में ऐसा क्या है जो सरकार उनकी जांच नहीं कराती है। उन्हें जो चाहिए होता है, वो मिल जाता है। उनके पीछे किसकी शक्ति है।

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