आजमगढ़. जिले में जमातियों से शुरू हुआ कोरोना संक्रमण अब भयावह रूप लेता दिख रहा है। पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष के पति सहित अब तक 32 लोग संक्रमण के चलते मौत के ग्रास बन चुके है। जिला अस्पताल, पुलिस लाइन, पीएसी के बाद अब कोरोना की पहुंच डीआईजी कार्यालय तक हो चुकी है। औसतन प्रतिदिन 70 लोग संक्रमण का शिकार हो रही है। जांच संसाधन सीमित होने के कारण स्थिति और बिगड़ रही है। लगातार बढ़ रहे संक्रमण से प्रशासन की चुनौतियां बढ़ गयी हैं। यही हाल रहा तो आने वाले समय में स्थित और भयावह हो सकती है। कारण कि दावे के विपरीत प्रशासन सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने में भी फेल साबित हो रहा है।
बात दें कि जिले के मुबारकपुर में 30 मार्च को सात जमाती पकड़े गए था। जांच के दौरान अप्रैल के पहले सप्ताह में तीन की रिपोर्ट पाजिटिव आयी थी। इसके बाद इनके संपर्क में आये लोग भी कोरोना पाजिटिव पाए गए लेकिन 6 मई 2020 को जिला कोरोना संक्रमण से मुक्त हो गया था। माना जा रहा था कि जल्द ही जिला ग्रीन जोन में शामिल हो जाएगा। जिला कोरोना मुक्त होने के बाद प्रशासन स्तर पर जो लापरवाही हुई सो हुई ही आम आदमी भी लापरवाह हो गया। परिणाम रहा कि मई के दूसरे पखवारे में कोरोना ने फिर यहां पांव पसार लिया।
आज हालत यह है कि स्थित नियंत्रण से बाहर होती दिख रही है। पिछले एक पखवारे से जिले में औसतन प्रतिदिन 65 से 70 मरीज कोरोना पाजिटिव पाए जा रहे है। जिला अस्पताल, पीएसी कैंप, थानों से लेकर पुलिस लाइन और डीआईजी दफ्तर तक संक्रमण पहुंच चुका है। सोमवार को जिले में मिले 69 कोरोना पाँजिटिव मरीजों में नौ डीआईजी दफ्तर के थे। कोरोना से मौत का आंकड़ा भी लगातार बढ़ रहा है। अब तक जिले में संक्रमण के चलते 32 लोगों की मौत हो चुकी है।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अब तक जिले में 1772 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। वर्तमान में 891 लोगों विभिन्न अस्पतालों में उपचार चल रहा है और 301 मरीज होम आईसोलेशन में हैं। होम आइसोलेशन को लेकर 852 मरीज डिस्चार्ज हो चुके हैं। सोमवार को भाजपा नेता व पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष इंदिरा देवी जायसवाल के पति प्रहलाद जायसवाल की लखनऊ में उपचार के दौरान मौत हो गयी। इसके अलावा दो अन्य लोगों की सोमवार को उपचार के दौरान मौत हुई। लगातार बढ़ रहे संक्रमण और मौत के आंकड़े ने प्रशासन की चुनौती बढ़ा दी है। कारण कि अभी प्रशासन तमाम प्रयास के बाद भी जांच में तेजी नहीं ला पा रहा है। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. एके मिश्र ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार जांच का दायरा बढ़ाया जा रहा है। जितने भी संक्रमित पाए गए हैं सभी का उपचार चल रहा है।