कानपुर । चीन में अब तक सैकड़ों लोगों की जान लेने वाले कोरोना वॉयरस को लेकर देश में भी सावधानी बरती जा रही है। खासकर चीन से आने वाले लोगों की निगरानी की जा रही है। सोमवार को उत्तर प्रदेश के कानपुर जनपद में इस वॉयरस की आंशका के चलते दो परिवारों को स्वास्थ्य विभाग ने अपनी सघन निगरानी में रखा है। वॉयरस से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने सरकारी अस्पतालों में अलग वार्ड बनाए हैं। साथ ही एयरपोर्ट पर भी हेल्प डेस्क बनाकर मॉनीटरिंग की जा रही है।
चीन में कहर बरपा रहा कोरोना वायरस पूरे विश्व में दहशत कायम किये हुए है। भारत में केरल में तो तीन मरीजों में कोरोना वायरस की पुष्टि भी हो चुकी है। बात अगर कानपुर की करें तो यहां भी कुछ दिन पहले चीन से कुछ लोग आए थे। हालांकि, भारत आते समय इनकी थर्मल स्क्रीनिंग में कोरोना वायरस के लक्षण तो नहीं मिले थे लेकिन कानपुर आने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग किसी तरह की लापरवाही नहीं बरतना चाहता है।
निगरानी में रखे गए दो परिवार
सीएमओ डॉ. अशोक कुमार शुक्ल का कहना है कि कानपुर में दो परिवारों को निगरानी में रखा गया है। उन्होंने कहा कि इन्हें 28 दिन तक निगरानी में रखा जाएगा। इन लोगों को ट्रिपल लेयर मास्क भी दिए गए हैं। 28 दिनों बाद इनकी निगरानी खत्म की जाएगी। उन्हेांने कहा कि उर्सला में 10 बेड रखे गए हैं। कानपुर में इस तरह का कोई मामला सामने नहीं आया है।
बनाई गई एयरपोर्ट पर हेल्प डेस्क
सीएमओ ने बताया कि कानपुर एयरपोर्ट पर भी डेस्क बनाई गई है। अगर किसी को सर्दी, खांसी, बुखार जैसी कोई शिकायत है, तो वह वहां पर मदद ले सकता है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा कोई मामला आता है तो सभी सरकारी अस्पतालों में बेड आदि की व्यवस्था है।
वाराणसी: कोरोना के संदिग्ध मरीज का सैम्पल जांच के लिए लखनऊ भेजा
चीन में फैले कोरोना वायरस का एक संदिग्ध मरीज वाराणसी में भी मिला है। पीड़ित मरीज को उसके परिजनों ने सोमवार को पांडेयपुर स्थित पं.दीन दयाल उपाध्याय राजकीय अस्पताल में भर्ती कराया। अस्पताल प्रशासन ने सर्तकता बरतते हुए मरीज को आइसोलेशन वार्ड में रखकर सैम्पल जांच के लिए किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) लखनऊ भेज दिया।
भोजूबीर निवासी एक युवक चीन के जियामेन शहर में नौकरी करता है। चीन में कोरोना वायरस के लगातार फैलाव को देख युवक डर गया। वह चीन से कोलकाता के रास्ते वाराणसी बाबतपुर एयरपोर्ट पर आया और यहां से सीधे घर पहुंच गया। घर आने पर युवक की अचानक तबियत बिगड़ने पर परिजन उसे लेकर पांडेयपुर स्थित जिला अस्पताल में पहुंचे। परिजनों से पूरी जानकारी लेने के बाद चिकित्सकों ने उसे कोरोना का संदिग्ध मरीज मानकर तत्काल आइसोलेशन वॉर्ड में रख इलाज शुरू कर दिया।
चिकित्सकों ने इसकी जानकारी अपने अफसरों को देने के बाद सैम्पल को जांच के लिए लखनऊ केजीएमयू भेज दिया। इस सम्बंध में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. वीबी सिंह ने ‘हिन्दुस्थान समाचार’ को बताया युवक चीन से लौट कर वाराणसी आया है। सतर्कता बरत सैम्पल को लखनऊ भेजा गया है।
पीड़ित युवक की जांच में कोरोना वायरस से संक्रमित होने के लक्षण नहीं दिखे। फिर भी सावधानी बरती जा रही है। जांच का रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट रूप से पता चलेगा कि युवक कोरोना वायरस से पीड़ित है या किसी अन्य बीमारी से। उन्होंने बताया कि इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग के मुख्यालय को भी दी गई है। मरीज को भर्ती भी नहीं किया गया है।