शाहजहांपुर में सड़कों पर बैठे गोवंश कांवड़ियों के लिए बने मुसीबत, हादसों को दे रहे दावत 

शाहजहांपुर में शहर से लेकर ग्रामीण सड़कों और आम रास्तों पर घूम रहे आवारा गोबंशो का जमावड़ा लगा रहने से वाहन चालकों सहित राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसमें सबसे ज्यादा मुसीबत पांचाल घाट फर्रुखाबाद से जल भरकर पैदल कांवड़ यात्रा लेकर गोला गोकर्णनाथ शिव मंदिर पर जल अर्पित करने जा रहे कांवड़ियों के लिए है।

इससे कभी भी दुर्घटनाएं घट सकती हैं। यातायात काफी खतरनाक हो गया है। शाहजहांपुर बरेली मोड़ से जलालाबाद होते हुए अल्हागंज हुल्लापुर तक जाने वाला स्टेट हाईवे पूरे सावन यात्रा निकलती हैं। किसके साथी यह जनपद का प्रमुख रोड होने के कारण काफी व्यस्त रोड़ों में से एक है। इस रोड पर काफी ट्रैफिक व्यस्तता रहती है । इसीलिए सबसे ज्यादा हादसे भी रोड़ पर होते हैं ।

प्रतिदिन छोटे बड़े हादसों की झड़ी सी लगी रहती है। जिलाधिकारी  ने एक मीटिंग में जिले में  सड़क पर  एक भी गोवंश न मिलने का आदेश भी दिया था लेकिन आदेश केवल कागजों तक ही सीमित रह गया मुख्य सड़क पर मवेशियों का जमावड़ा के कारण लगातार सड़क दुर्घटनाएं हो रही है परंतु जिला प्रशासन द्वारा इस पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता है और मवेशियों का जमावड़ा हटने का नाम नहीं ले रहा है। जानकारी हो कि लोग अपने अपने घरों में पशु धन के रूप में मवेशियों का पालन करते आ रहे हैं।

शाहजहांपुर जलालावाद मार्ग पिपरौला सहित कई जगह पर जहां-तहां सड़क पर मवेशियों का झुंड देखा जा रहा है। जिससे यातायात प्रभावित हो रहा है। सड़क पर विचरण कर रहे इन मवेशियों के कारण आए दिन छोटी बड़ी सड़क दुर्घटनाएं हो रही है पर इस ओर ना तो प्रशासन का और ना ही कोई संगठन का इस ओर ध्यान जा रहा है। अगर इस पर नियंत्रण नहीं हुआ तो मुख्य मार्ग पर सड़क दुर्घटनाओं का सिलसिला जारी रहेगा जिसने ना केवल पशुधन की क्षति होगी बल्कि राहगीरों का भी जान-माल नुकसान होगा।

रात में वाहन चालकों को होती है समस्या

बीच सड़क पर बैठे आवारा पशुओं के साथ होने वाली दुर्घटना के संबंध में लोगों से चर्चा हुई तो उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा रात के समय वाहन चालकों को समस्या होती है। कुछ आवारा पशु ऐसे हैं जिनका रंग काला होता है और बीच सड़क पर झुम्मड़ लगाकर बैठे रहते हैं। तेज गति से आवागमन वाले वाहन चालकों को ये जानवर दिखाई नहीं देते जिसके कारण दुर्घटना घट जाती है।

आवारा पशुओं का झुम्मड़ क्षेत्रों में दिखाई देता हैं, वहीं बीच सड़क पर इक्ठ्ठे बैठ जाते हैं जिसके कारण वाहनो के आवागमन में परेशानियां होती हैं। इन जानवरों को इसी तरह आवारा छोड़कर रखा गया तो एक दिन बड़ा हादसा भी हो सकता है। लोगों का कहना है कि शहर हो या ग्रामीण क्षेत्र सभी मुख्य मार्गों में आवारा पशु बीच सड़क पर बैठ कर दुर्घटनाओं को आमंत्रण दे रहे हैं। इस पर जिला प्रशासन को ध्यान देना चाहिए।

वहीं उस सम्बन्ध में मुख्य विकास अधिकारी से बात करने की कोशिश की गई तो वह छुट्टी पर थी कार्यालय द्वारा जानकारी दी गई कि सम्बंधित वीडीओ को बोलकर व्यवस्था सही कराई जाएगी।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें