
जम्मू। पाकिस्तानी महिला से अपनी शादी को “छिपाने” के आरोप में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) से बर्खास्त किए जाने के कुछ घंटों बाद, जवान मुनीर अहमद ने दावा किया है कि उन्होंने पिछले साल बल के मुख्यालय से अनुमति मिलने के लगभग एक महीने बाद शादी की थी।
जम्मू के घरोटा इलाके के निवासी अहमद, जो अप्रैल 2017 में सीआरपीएफ में शामिल हुए थे, ने कहा है कि वह अपनी बर्खास्तगी को कानून की अदालत में चुनौती देंगे। उन्होंने कहा, “मुझे न्याय मिलने का पूरा भरोसा है।”
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ने अहमद को पाकिस्तानी महिला मीनल खान से अपनी शादी को “छिपाने” और जानबूझकर उसके वीजा की वैधता से परे उसे शरण देने के लिए बर्खास्त कर दिया है। बल ने कहा है कि उसकी हरकतें राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए हानिकारक थीं।
क्या बोले मुनीर अहमद?
मुनीर अहमद ने अपनी बर्खास्तगी के बाद कहा, “मैंने अपनी शादी को छिपाया नहीं था। मैंने पिछले साल सीआरपीएफ मुख्यालय से अनुमति मांगी थी और अनुमति मिलने के लगभग एक महीने बाद मैंने शादी की।”
उन्होंने आगे कहा, “मैं अपनी बर्खास्तगी को अदालत में चुनौती दूंगा। मुझे यकीन है कि मुझे न्याय मिलेगा।”
अहमद ने इस बात पर भी जोर दिया कि उनकी पत्नी मीनल खान ने सभी आवश्यक कानूनी प्रक्रियाओं का पालन किया था और उनका वीजा वैध था।
यह मामला अब कानूनी लड़ाई का रूप ले चुका है, जहां एक ओर सीआरपीएफ राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला दे रहा है, वहीं दूसरी ओर मुनीर अहमद खुद को निर्दोष बता रहे हैं और न्याय के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाने की बात कह रहे हैं।