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संचालक ने लगाया अधिकारियों पर मनमानी कर सीज करने का आरोप
भास्कर समाचार सेवा
नौहझील-कस्बा। नौहझील के मैन मार्केट स्थित रामलीला मैदान के पास मास्टर डिजिटल जन सेवा केन्द्र को अनियमित्ताऐं बरतने पर सीज करने की कार्रवाई की गई। वहीं संचालक द्वारा जब इस कार्रवाई का विरोध किया गया तो नायब तहसीलदार ने जिलाधिकारी कार्यालय के आदेशों का हवाला देते हुए सीएससी को सीज करने की बात कही। कस्बा में हड़कंप तब मच गया जब देर शाम नायब तहसीलदार टीम व पुलिस फोर्स के साथ सीएससी सीज करने पहुंचे तब संचालक द्वारा सीएससी सीज करने का कारण पूछने पर वह उत्तर देने में असमर्थ दिखे।तो वहीं सीएससी सीज कर चलते बने।
जानकारी देते हुए सीएससी संचालक हरिकेश वार्ष्णेय ने बताया कि नायब तहसीलदार बृजेश कुमार जब दुकान सीज करने आये तो इसका कारण पूछने पर उन्होंने बताया कि उच्चस्तरीय शिकायतों में फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाने की बात कही। संचालक द्वारा साक्ष्य मांगने पर संतोष जनक जवाब नहीं दे पाये। वहीं संचालक ने बताया कि आदेशों में सीज कार्रवाई के न होने पर भी अधिकारियों द्वारा जबरन सीज करने की कार्रवाई की गई है। वहीं जिला सीएससी प्रभारी प्रदीप दीक्षित पर चौथ मांगने का भी आरोप लगाया है न देने पर जबरन दुकान को सीज करने की कार्रवाई की गई है।
वर्जन नायब तहसीलदार बृजेश कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि जिलाधिकारी कार्यालय के आदेशों के तहत सीएससी मास्टर डिजिटल जन सेवा केन्द्र को सीज किया गया है।
सीएससी की जगह लेन देन बैंक को किया सीज
सीएससी सीज करने पहुंचे नायब तहसीलदार गलत दुकान को सीज करते हुए सीएससी संचालक के भाई तरुण वार्ष्णेय द्वारा संचालित आधार कार्ड द्वारा पैसों का लेन देन व आनलाइन सुविधाएं प्रदान करने वाली दुकान को नायब तहसीलदार द्वारा सीज कर दिया गया है जो कस्बे में चर्चा का विषय बना हुआ है। जबकि सीएससी की दुकान उस दुकान के पीछे संचालित है।