
नई दिल्ली: 1997 में स्थापित *कंप-यू-लर्न टेक इंडिया लिमिटेड, जो अब *सीटीआईएल लिमिटेड (CTIL Ltd.) के नाम से जानी जाती है, ने सॉफ्टवेयर विकास और प्रशिक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है। दो दशकों से अधिक के समय में इस कंपनी ने ना केवल घरेलू स्तर पर बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी अपनी पहचान मजबूत की है।
प्रारंभिक सफर और विकास
1998-99 में कंपनी ने 449.60 लाख रुपये का परिचालन राजस्व अर्जित किया, जो अगले वर्ष 1999-2000 में 5% की वृद्धि के साथ 472.90 लाख रुपये तक पहुँच गया। उस समय कंपनी ने उत्तरी अमेरिका, एशिया पैसिफिक और अफ्रीकी बाजारों में अपनी सेवाएं शुरू करने की योजना बनाई थी।
कंपनी ने विशेष रूप से तेलुगु भाषा में कृषि सहकारी समितियों के लिए एक सॉफ्टवेयर उत्पाद विकसित किया, जिससे अगले वित्तीय वर्ष में कुल कारोबार का 10% राजस्व प्राप्त करने की उम्मीद जताई गई थी।
2000 में, कंपनी ने अपने अधिकृत पूंजी को 400 लाख रुपये से बढ़ाकर 1500 लाख रुपये कर दिया और पेड-अप इक्विटी पूंजी 92.05 लाख रुपये से बढ़कर 550 लाख रुपये हो गई।
रणनीतिक साझेदारियां और विस्तार
साल 2000 में, सीटीआईएल ने अमेरिका की कंपनी Lending Space के साथ एक समझौता (MoU) किया, जो होम मॉर्गेज व्यवसाय के लिए व्यावसायिक समाधान विकसित करने के उद्देश्य से था। यह कदम अमेरिकी बाजार में कंपनी की उपस्थिति को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास था।
2007 में, राज कोसराजु और वी. वेंकटेश्वरलू को कंपनी के स्वतंत्र निदेशकों के रूप में नियुक्त किया गया। इसी वर्ष, सीटीआईएल ने अमेरिका की NPR सॉल्यूशन्स के साथ एक मिलियन डॉलर मूल्य के मेंटेनेंस कॉन्ट्रैक्ट पर हस्ताक्षर किए।
नाम परिवर्तन और वैश्विक उपस्थिति
2012 में कंपनी ने अपना नाम बदलकर सीटीआईएल लिमिटेड रख लिया। इस परिवर्तन के बाद कंपनी ने अमेरिका, यूके, सिंगापुर, हांगकांग और मध्य पूर्व के देशों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
कंपनी की एक सहायक इकाई ASTUS Technologies Inc. (न्यू जर्सी स्थित आईटी और आईटीईएस कंपनी) ने भी अंतरराष्ट्रीय बाजार में सीटीआईएल की पहचान को और अधिक सशक्त बनाया।
लीडरशिप में राज कोसराजु की भूमिका
राज कोसराजु ने सीटीआईएल की रणनीतिक साझेदारियों, IPO, अधिग्रहण और निवेश में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने अमेरिका, लैटिन अमेरिका और भारत के कई स्टार्टअप्स और टेक्नोलॉजी इनक्यूबेटरों में सलाहकार और मार्गदर्शक की भूमिका निभाई है।
उनके नेतृत्व में कंपनी ने कई स्वास्थ्य सेवा स्टार्टअप्स को भी समर्थन दिया, जो डिजिटल हेल्थ और हेल्थकेयर टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में नवाचार कर रहे हैं।
राज कोसराजु की पहचान एक अंतरराष्ट्रीय स्तर के टेक्नोलॉजी रणनीतिकार, लेखक और वक्ता के रूप में भी की जाती है। उनकी प्रकाशित कृतियों में “How Mobile Devices Are Transforming Healthcare” और “Internet of Things – Keeping the Best Things First” जैसी रचनाएं शामिल हैं।
पारिवारिक पृष्ठभूमि और अन्य कार्य
राज कोसराजु के पिता मरीन बायोलॉजी में वैज्ञानिक थे और इंग्लैंड के लिवरपूल यूनिवर्सिटी से पीएचडी थे। राज कोसराजु स्वयं दो बच्चों के पिता हैं और अंग्रेजी व स्पेनिश भाषाओं में पारंगत हैं।
निष्कर्ष
सीटीआईएल लिमिटेड का सफर नवाचार, वैश्विक विस्तार और तकनीकी प्रगति का परिचायक है। कंपनी ने भारतीय आईटी उद्योग में अपनी एक मजबूत जगह बनाई है और आने वाले वर्षों में इसके और भी ऊँचाइयों तक पहुँचने की संभावना है।