अमेरिकन स्पेस एजेंसी नासा के पूर्व और वर्तमान वैज्ञानिकों का डेटा चोरी होने का मामला सामने आया है। अमेरिकी साइट ZDnet की रिपोर्ट के मुताबिक, नासा ने अपने सभी कर्मचारियों को इस डेटा लीक की जानकारी दे दी है। नासा के मुताबिक, एजेंसी के सर्वर में करीब दो महीने पहले 23 अक्टूबर को अटैक किया गया था, जिससे एजेंसी के कई पूर्व और वर्तमान कर्मचारियों का डेटा चोरी किया गया। हालांकि, इस अटैक के पीछे किसका हाथ था, इस बारे में एजेंसी ने अभी जानकारी नहीं दी है।
कर्मचारियों को लिखे गए लेटर में नासा ने बताया कि, “23 अक्टूबर को किसी हैकर ने सर्वर में अटैक किया और उसका एक्सेस ले लिया, जिसकी मदद से उसने कर्मचारियों का डेटा चुरा लिया।” नासा के मुताबिक, इस डेटा में एजेंसी के कई कर्मचारियों के पर्सनल डेटा के अलावा उनका सोशल सिक्योरिटी नंबर भी शामिल है।
साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट की मदद से लगा रही है पता : नासा ने अपने लेटर में ये भी लिखा है कि, एजेंसी इस हैकिंग का पता लगाने के लिए साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट की मदद ले रही है। साथ ही इस हैकिंग से जिन कर्मचारियों का डेटा प्रभावित हुआ है, उनका नाम भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है। हालांकि, नासा ने ये भी कहा कि इस सब जांच में थोड़ा समय लग सकता है।
जुलाई 2006 से अक्टूबर 2018 तक के कर्मचारी प्रभावित : नासा ने कर्मचारियों को लिखे लेटर में बताया, “जुलाई 2006 से अक्टूबर 2018 के बीच एजेंसी के पूर्व या वर्तमान कर्मचारियों का डेटा इस हैकिंग में चोरी हुआ है।” इसके अलावा नासा ने ये भी बताया कि, “ऐसे कर्मचारी जिन्होंने इस दौरान बीच में ही एजेंसी को छोड़ दिया या जिनका ट्रांसफर हो गया, उनका डेटा भी इस हैकिंग से प्रभावित होने की आशंका है।”
पहले भी दो बार हो चुका है नासा पर अटैक : ये कोई पहली बार नहीं है, जब नासा के सर्वर पर अटैक किया गया। ZDnet की रिपोर्ट के मुताबिक, इससे पहले भी दो बार नासा पर साइबर अटैक हो चुका है। पहला अटैक 2011 में हुआ था, उस समय एजेंसी के 13 बड़े नेटवर्क और 5 हजार से ज्यादा छोटे नेटवर्क पर अटैक किया गया था। जबकि दूसरा अटैक 2016 में हुआ था और उस वक्त भी कर्मचारियों का डेटा चोरी हुआ था।