भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े पर लगा कैश फॉर वोट का मामला अब चुनावी मुद्दा बन चुका है। विपक्ष से बहुजन विकास अघाड़ी के नेताओंने के साथ कांग्रेस नेता राहुल गाँधी और नाना पटोले ने विनोद तावड़े के जरिए भाजपा पर हमला किया है। इस बिच उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) के प्रवक्ता संजय राउत ने विनोद तावड़े के पक्ष में बयान में दिया है। उन्होंने इसे विनोद तावड़े के खिलाफ की हुई किसी साजिश की और इशारा किया है।
शिवसेना (यूबीटी) के प्रवक्ता संजय राउत ने विनोद तावड़े को निर्दोष बताते हुए इसे भाजप की सियासत बताया है। नालासोपारा में विनोद तावड़े पर पैसे बांटने का आरोप लगने पर संजय राउत ने कहा कि तावड़े को बीजेपी ने ही साजिश के तहत फंसाया है। उन्होंने कहा कि वह बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव हैं। वह महाराष्ट्र के भी बड़े नेता रहें हैं। उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगते हुए कहा, “उनके पास बड़ी जिम्मेदारी है, पैसा बांटने का अनुभव है। लेकिन जिस तरह से उन्हें लोगों ने घेर लिया, उससे ये साफ है कि बीजेपी के भीतर सब ठीक नहीं है। बीजेपी के ही कुछ नेताओं ने विनोद तावड़े पर नजर रखी हुई है। क्योंकि समझ नहीं आ रहा कि इतने सालों से ऐसा काम करने वाला नेता कैसे पकड़ा गया।’
बीजेपी के ‘बटेंगे तो कटेंगे’ नारे पर चुटकी लेते हुए संजय राउत ने कहा कि देवेंद्र फडणवीस को बताना चाहिए कि विनोद तावड़े ही क्यों। अगर बीजेपी में नैतिकता होगी तो वह विनोद तावड़े पर एक्शन लेंगे। आज ये साबित हो गया है कि बीजेपी वाले ‘पैसा बाटेंगे तो ही जीतेंगे।’
वहीं, खुद विनोद तावड़े ने अपने ऊपर लगे आरोपों पर सफाई देते हुए कहा कि यह उनके खिलाफ एक साजिश है। उन्होंने चुनाव आयोग से निष्पक्ष जाँच करने की मांग की है। उन्होंने बताया कि वह वहां पर उनके कार्यकर्ताओं से मिलने गये थे। उन्होंने कुछ गलत है किया है। ये महाविकास अघाड़ी के कार्यकर्ताओं की साजिश की है। विपक्ष की शिकायत पर चुनाव आयोग ने लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत विनोद तावड़े के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।